देश में कोरोना मरीजों की संख्या में गिरावट दर्ज होने के साथ रिकवरी रेट सबसे ज्यादा है। हालांकि, सरकार की तरफ से बार-बार हिदायत दी जा रही है कि लोगों को अभी लापरवाही नहीं बरतनी है।
मिली जानकारी के मुताबिक, बुधवार को देश भर में 20,549 कोरोना संक्रमित मिले, जबकि 26,572 मरीजों को डिस्चार्ज किया गया है। इसी के चलते देशभर में रिकवरी दर 96 फीसद हो चुकी है। यानी सौ संक्रमितों में से अब तक 96 ठीक हो चुके हैं। दुनिया के अन्य किसी भी देश में कोरोना वायरस इतनी रिकवरी नहीं हो पाई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि पिछले एक दिन में 286 लोगों की मौत भी हुई है। इसी के साथ ही कुल संक्रमित मरीजों की संख्या बढ़कर 1,02,44,852 हो चुकी है। इनमें से 98,34,141 मरीज अब तक स्वस्थ हो चुके हैं। अभी देश में 2,62,272 सक्रिय मरीज हैं। देश में सक्रिय मरीजों की दर 2.56 फीसद तक पहुंच गई है।
स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि बीते 28 नवंबर से रोजाना देश में नए संक्रमित मरीज कम मिल रहे हैं। जबकि संक्रमण से ठीक होने वालों की संख्या सबसे ज्यादा मिल रही है। इसकी वजह से दुनिया भर में आबादी के लिहाज से भारत में संक्रमित मरीजों की संख्या सबसे कम मिल रही है।
प्रति 10 लाख की आबादी पर 7430 लोग संक्रमित मिल चुके हैं। जबकि अन्य देशों में यह आंकड़ा 57 हजार तक है। ठीक इसी तरह मरने वालों की स्थिति देखें तो भारत में 10 लाख की आबादी पर 107 लोगों की मौत कोरोना वायरस से हुई है। जबकि इटली और यूके में यह आंकड़ा एक हजार तक पहुंच चुका है।
वहीं, भारत में कोरोना टीकाकरण की सभी तैयारियां पूरी हो चुकी हैं। पहले चरण के तहत 30 करोड़ लोगों को टीका लगना है। इसके लिए सरकार के पास 8 करोड़ से भी अधिक सीरींज पहुंच चुकी है। स्वास्थ्य मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि फरीदाबाद स्थित हिंदुस्तान कंपनी की ओर से 8 करोड़ से अधिक सीरींज का ऑर्डर दिया था जिसकी आपूर्ति हो गई है।
कोरोना वायरस के टीके को आपातकालीन स्थिति में इस्तेमाल की अनुमति मिलने के बाद यह सामान राज्य तथा वायु सेना के जरिए पहुंचाया जाएगा। उन्होंने बताया कि टीका की घोषणा के बाद स्वास्थ्य कर्मचारी और पुलिस व सुरक्षा जवानों को प्राथमिकता दी जाएगी।.