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Covid Plasma Therapy: जानिए कोरोना मरीजों के लिए कौन डोनेट कर सकता है प्लाज्मा, कितनी होनी चाहिए उम्र?

photo courtesy Google

कोरोना वायरस की दूसरी लहर काफी तेजी केस लोगों को अपना शिकार बना रही है। हर रोज लाखों केस समाने आ रही है और हजारों मौतें हो रही है। मरीजों की संख्या इस कदर बढ़ गई है कि अस्पतालों में  बेड की कमी और ऑक्सीजन की किल्लत होने लगी है। मरीजों को ठीक करने के लिए प्लाज्मा की मांग भी काफी बढ़ने लगी है। सोशल मीडिया पर हजारों पोस्ट प्लाज्मा की जरुरत को लेकर पोस्ट किए जा रहे है। कोरोना से ठीक हो चुके लोगों में प्लाज्मा डोनेट करने को लेकर एक डर बना हुआ है। ये डर अधूरी जानकारी को लेकर है। चलिए आज हम आपको प्लाज्मा से जुड़ी सभी जानकारी देते है।  

प्लाज्मा क्या है ?

हमारे खून में चार प्रमुख चीजें होती है- डब्ल्यूबीसी, आरबीसी, प्लेटलेट्स और प्लाज्मा। किसी को भी होल ब्लड (चारों एक साथ) नहीं चढ़ाया जाता, बल्कि इन्हें अलग-अलग करके जिसे जिस चीज की जरूरत हो वो चढ़ाया जाता है। प्लाज्मा, खून में मौजूद 55 फीसदी से ज्यादा हल्के पीले रंग का पदार्थ होता है, जिसमें पानी, नमक और अन्य एंजाइम्स होते है। ऐसे में किसी भी स्वस्थ मरीज जिसमें एंटीबॉडीज़ विकसित हो चुकी है, का प्लाज़्मा निकालकर दूसरे व्यक्ति को चढ़ाना ही प्लाज्मा थेरेपी है।

क्या सभी लोग प्लाज्मा दान कर सकते हैं ?

नहीं! जो लोग कोरोना होने के बाद ठीक हो चुके है। उनके अंदर एंटीबॉडीज विकसित हो चुकी है। सिर्फ वे ही लोग ठीक होने के 28 दिन बाद प्लाज्मा दान कर सकते है।

कौन डोनेट कर सकता है प्लाज्मा ?

जो लोग कोरोना पॉजिटिव रह चुके है और डोनेशन और कोविड-19 की दो बार जांच रिपोर्ट निगेटिव से तीन हफ्ते पहले ठीक हो चुके है। जिन लोगों की उम्र 18 साल की हो चुकी है, लेकिन 60 साल से ज्यादा की उम्र वाले न हों। इसके लिए स्वस्थ रूप से फिट होना जरुरी है। प्रेग्नेंट महिला प्लाज्मा डोनेट नहीं करती सकती। प्रेग्नेंसी के बाद वो महिला प्लाज्मा डोनेट कर सकती है। कैंसर का मरीज प्लाज्मा डोनेट नहीं कर सकता। हाइपरटेंशन, ब्लड प्रेशर, हार्ट और किडनी से जुड़ी बीमारी वाले प्लाज्मा दान नहीं कर सकते।

प्लाज्मा देने वाले को क्या खतरे हो सकते हैं ?

प्लाज्मा देने वाले को कोई खतरा नहीं है, बल्कि यह रक्तदान से भी ज्यादा सरल और सुरक्षित है। प्लाज्मा दान करने में डर की कोई बात नहीं है। हीमोग्लोबिन भी नहीं गिरता। प्लाज्मा दान करने के बाद सिर्फ एक-दो गिलास पानी पीकर ही वापस पहली स्थिति में आ सकते है।

रक्तदान और प्लाज्मा दान में क्या अंतर है ?

रक्तदान में आपके शरीर से पूरा खून लिया जाता है. जबकि प्लाज्मा में आपके खून से सिर्फ प्लाज्मा लिया जाता है और रेड ब्लड सेल्स, व्हाइट ब्लड सेल्स और प्लेटलेट्स वापस आपके शरीर में पहुंचाए जाते हैं. ऐसे में प्लाज्मा दान से शरीर पर कोई बहुत फर्क नहीं पड़ता।

प्लाज्मा दान में कितना वक्त लगता है ?

450 ML प्लाज्मा लेने में 30 से 45 मिनट लगते हैं।