<p id="content">कोरोना वायरस (COVID19) से दुनिया पर तबाही बरपा है। इससे संयुक्त राष्ट्र भी चिंतित है। कोरोना से बरपी तबाही से निपटने के लिए '<a href="https://hi.wikipedia.org/wiki/%E0%A4%B8%E0%A4%82%E0%A4%AF%E0%A5%81%E0%A4%95%E0%A5%8D%E0%A4%A4_%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%B7%E0%A5%8D%E0%A4%9F%E0%A5%8D%E0%A4%B0_%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%B8%E0%A4%AD%E0%A4%BE" target="_blank" rel="noopener noreferrer">संयुक्त राष्ट्र महासभा</a>' (UNGA) ने विशेष सत्र बुलाया जा रहा है। संयुक्त राष्ट्र महासभा (UNGA) के अध्यक्ष वोल्कन बोजकिर COVID-19 महामारी को पर बुलाए गए 31वें विशेष सत्र की मेजबानी करेंगे। बुधवार को UNGA की ओर से कहा गया कि दुनिया में 15 लाख लोगों की मौत, 6.2 करोड़ मामले और इतिहास के अब तक के सबसे बड़े सामाजिक और आर्थिक संकट में से एक COVID-19 पर नियंत्रण और इससे उबरना अंतर्राष्ट्रीय प्राथमिकता है।</p>
इसमें कहा गया कि संयुक्त राष्ट्र के सदस्य राज्यों ने महामारी को प्रतिबिंबित करने और <a href="https://hindi.indianarrative.com/india/covid-19-36-thousand-new-cases-in-india-more-than-6-38-crore-cases-globally-20009.html" target="_blank" rel="noopener noreferrer">COVID-19</a> वैक्सीन तक पहुंच समेत इन हालातों से उबरने के लिए एकजुट होकर रास्ता बनाने के लिए संयुक्त राष्ट्र का विशेष सत्र आयोजित करने के लिए मजबूर किया है।
बोजकिर ने कहा, COVID-19 एक वैश्विक संकट है। इसने संरचनात्मक असमानताओं का खुलासा किया और हमारे समाजों के सबसे कमजोर सदस्यों को प्रभावित किया। विशेष सत्र हमें COVID-19 को मात देने के लिए एक साथ आने का मौका देगा। वैश्विक स्तर पर इससे उबरने के लिए अरबों डॉलर बहाए जा रहे हैं। इस समय दुनिया विश्व नेतृत्व के लिए संयुक्त राष्ट्र की ओर देख रहा है, यह बहुपक्षवाद के लिए एक परीक्षा है। मुझे विश्वास है कि महासभा एक रास्ते को आगे बढ़ाने में सक्षम होगी और हमारी सेवा लोगों की पीड़ा को खत्म करेगी। दो दिवसीय विशेष सत्र में गुरुवार को आम बहस होगी और इसमें विशेषज्ञों, संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों और प्रमुख वैज्ञानिकों के साथ संवाद होंगे।.