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Covid19 Vaccine: ब्रिटेन में बर्थडे गिफ्ट तो भारत में प्यार की मिसाल बना वैक्सीन

Covid19 Vaccine: ब्रिटेन में बर्थडे गिफ्ट तो भारत में प्यार की मिसाल बना वैक्सीन

दुनिया कोरोना के कारण मुश्किल दौर में है। कोरोना कब खत्म होगा। यह इस वक्त का सबसे कठिन सवाल है। हालांकि, कुछ हफ्तों बाद भारत सहित दुनिया के तमाम देशों में वैक्सीन <a href="https://hindi.indianarrative.com/india/corona-vaccine-first-list-of-vaccination-approved-national-expert-group-made-this-list-20896.html" target="_blank" rel="noopener noreferrer">(Covid19 Vaccine)</a> आने के साथ कोरोना के विदाई की तैयारी हो जाएगी। पूरी दुनिया को ऐसी उम्मीद है।

वहीं, ब्रिटेन और <a href="https://hindi.indianarrative.com/india/covid19-vaccines-security-will-be-like-evm-strongroom-yogi-20686.html" target="_blank" rel="noopener noreferrer">भारत में वैक्सीन</a> अपने शुरुआती दौर में हैं। लेकिन अभी से इसने पैगाम बांटना शुरू कर दिया है। ब्रिटेन में तो दुनिया का पहला टीका लगाया जा चुका है। वहां 90 साल की बुजुर्ग महिला को कोरोना का टीका लगाया गया। उन्होंने इसे बर्थडे गिफ्ट के तौर पर स्वीकार किया। हालांकि, भारत में कोरोना वैक्सीन अपने ट्रायल के अंतिम दौर में है। फिर भी भारत में यह प्यार को बढ़ाने वाला बन बैठा है।

ब्रिटेन में 90 साल की मार्गरेट कीनन को फाइजर/बायोएनटेक कोविड वैक्सीन (Pfizer-BioNTech COVID-19 vaccine) लगाया गया है। जो दुनिया की पहली शख्स बन गई हैं। उनका कहना था कि यह मेरे जन्मदिन से पहले का सबसे अच्छा तोहफा है। अब मैं नए साल में अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने के लिए तैयार हूं।

ये भावनात्मक शब्द कोरोना काल के सबसे सुखद छण को दर्ज कर रहे हैं। एक वाकया मध्य प्रदेश का है। जिसमें पति-पत्नी  सैकड़ो किलोमीटर दूर भोपाल जाकर <span style="font-size: 16px;">कोरोना वैक्सीन के ट्रायल में वॉलेंटियर बनते हैं। इसका घटनाक्रम सच्चे प्रेम को दिखाता है। जो इस <a href="https://hindi.indianarrative.com/india/lowest-cost-corona-vaccine-in-india-know-here-the-price-20875.html" target="_blank" rel="noopener noreferrer">कोरोना</a> के आफत में सबल देता है।   </span>

<img class="wp-image-20955 size-full" src="https://hindi.indianarrative.com/wp-content/uploads/2020/12/marget.jpg" alt="marget" width="1200" height="675" /> उत्तरी आयरलैंड की 90 साल की मार्गरेट कीनन। (फाईल फोटो)
<h3>90 साल की कीनन ने कहा, यह मेरे लिए सबसे अच्छा जन्मदिन है</h3>
आपको बता दें कि उत्तरी आयरलैंड की 90 साल की महिला मार्गरेट कीनन को ट्रायल से इतर दुनिया पहला कोरोना वायरस का टीका दिया गया है। कीनन से पूछा गया कैसा महसूस कर रहीं हैं। उनका कहना था कि दुनिया में कोरोना वायरस की पहली वैक्सीन लेते हुए मुझे विशेषाधिकार महसूस हुआ है। यह मेरे लिए सबसे अच्छा जन्मदिन है। यह मेरे जन्मदिन से पहले का सबसे अच्छा तोहफा है। अब मैं नए साल में अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताने के लिए तैयार हूं। आपको बता दें कि मार्गरेट कीनन अगले हफ्ते 91 साल की हो जाएंगी।

<strong>ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन ने इस पल को ‘एक बड़ी प्रगति’ बताया और ब्रिटेन में मंगलवार को ‘वी-डे’ या ‘वैक्सीन डे’ होने की बात कही। </strong>दरअसल पिछले हफ्ते ब्रिटेन में कोरोना वैक्सीन के उपयोग की मंजूरी मिली थी। इसके बाद फाइजर वैक्सीन का उपयोग शुरू करने वाला ब्रिटेन दुनिया का पहला देश बन गया है।
<h3>इस प्यार को क्या नाम दें?</h3>
मध्य प्रदेश में <span style="font-size: 16px;">एक पति कोरोना वैक्सीन के ट्रायल के लिए वॉलेंटियर बनना चाहता था, उसने अपनी यह इच्छा पत्नी के सामने जाहिर की तो वह भी वॉलेंटियर बनने को तैयार हो गई। फिर क्या था दोनों लगभग दो सौ किलोमीटर का सफर तय कर इंदौर से भोपाल जा पहुंचे और उन्होंने वैक्सीन का टीका लगवाया। इंदौर के मनोज राय और उनकी पत्नी पूजा के वैक्सीन ट्रायल के वॉलेंटियर बनने की कहानी रोचक है। </span>

<span style="font-size: 16px;">राजधानी में कोवैक्सीन के ट्रायल का तीसरा चरण चल रहा है। पीपुल्स मेडिकल कॉलेज में यह टीका लगाया जा रहा है। मनेाज खुद वैक्सीनेशन के काम से जुड़े हुए है। उनका भोपाल आना जाना होता रहता है। </span>

मनेाज बताते है कि भोपाल प्रवास के दौरान पिछले हफ्ते अधिकारियों से मिला। तब मन में विचार आया कि जब वैक्सीनेशन के काम से जुड़े हैं तो क्यों न वैक्सीन लगवाया जाए, नया अनुभव भी हेागा। टीका लगवाने के लिए आठ दिसंबर को आने के लिए कहा गया। जब पत्नी पूजा से अनुमति मांगी तो उसने भी टीका लगवाने की इच्छा जाहिर की, फिर दोनों भोपाल आ पहुंचे।

मनोज के इस फैसले से माता-पिता कांतिलाल राय और सोनाबाई भी खुश हुए और कहा कि देशहित में काम जरुर करना चाहिए। मनोज बताते है कि मंगलवार को वे अपनी पत्नी के साथ इंदौर से पीपुल्स मेडिकल कॉलेज भोपाल पहुंचे और तमाम चिकित्सकीय औपचारिकताओं के बाद कोरोना वैक्सीन का टीका लगवाया।
<h3>वैक्सीन लगवाने वाला मध्य प्रदेश का पहला जोड़ा</h3>
संभवत राज्य का यह पहला ऐसा जोड़ा है जिसने कोरोना वैक्सीन लगवाया है। राजधानी भोपाल में कोरोना वैक्सीन के तीसरे चरण का ट्रायल चल रहा है। इसके लिए वॉलेंटियर की कमी देखी जा रही है और लोगों से वॉलेंटियर बनने की अपील भी की जा रही है। पिछले दिनों राज्य के गृहमंत्री डा. नरोत्तम मिश्रा ने भी कोरोना वॉलेंटियर बनने की इच्छा जताई थी मगर फिट न होने पर वे ऐसा नहीं कर पाए। इसकी वजह यह थी कि उनके परिवार के सदस्य केारोना पॉजिटिव पाए गए थे। नियम है कि जिसके परिवार में किसी को कोरोना होता है तो वह वॉलेंटियर नहीं बन सकता।.