देश के लगभग सभी राज्यों में ऑक्सीजन को लेकर हाहाकार मचा हुआ है। ऑक्सीजन की किल्लत इतनी हो गई है कि अस्पतालों ने मरीजों को घर भेजना भी शुरु कर दिया है। जो लोग होम क्वारंटीन में अपना इलाज करा रहे है, उनको भी इस बात की चिंता सता रही है। ऐसे में सबसे पहले जानना ये जरूरी है कि ऑक्सीजन लेवल कम होने के लक्षण क्या है। अगर आप होम क्वारंटीन में इलाज करा रहे है, तो आपको समय-समय पर अपना ऑक्सीजन सैचुरेशन चेक करते रहना चाहिए। चेक करने के लिए पल्स ऑक्सीमीटर नाम की एक डिवाइस बाजार में आसानी से उपलब्ध हो जाएगी।
इसे हाथ की उंगली पर लगाकर चेक करे। डिवाइस में अगर रीडिंग 94 से ज्यादा लेवल पर आ जाए तो ये खतरे से बाहर होने का संकेत है। डॉक्टरो के मुताबिक, अगर चेकअप में आपका SpO2 लेवल 94 से 100 के बीच रहता है तो ये स्वस्थ्य होने के संकेत है। जबकि लेवल 94 से नीचे रहने पर ये हाइपोक्सेमिया को ट्रिगर कर सकता है। जिसमें कई तरह की परेशानियां होती है। ऐसे में मरीज को तुरंत हॉस्पिटल में एडमिट कराएं। वहीं अगर ऑक्सीजन लेवल 91 से 94 के बीच है तो इसे हर घंटे मॉनिटर करने की जरूरत है। इसे आप घर पर प्रोनिंग एक्सरसाइज करके भी कंट्रोल कर सकते है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने मुताबिक, ऑक्सीजन लेवल को ठीक करने के लिए जमीन पर उल्टा लेटर एक्सरसाइज करनी होती है। इसे करने के लिए आपको 4-5 तकिए की भी जरूरत पड़ेगी। शरीर में ऑक्सीजन की कमी को आप और भी कई तरीकों से पता लगा सकते है। एक्सपर्ट्स के अनुसार, शरीर में ऑक्सीजन की कमी होने पर चेहरे का रंग उड़ने लगता है और होठों पर नीलापन आ जाता है। हेल्दी ऑक्सीजेनेटेड ब्लड से हमारी स्किन को लाल या गुलाबी ग्लो मिलता है, इसलिए ऑक्सीजन कम होने पर ऐसे लक्षण दिखते है। छाती में दर्द, सांस लेने में तकलीफ, सीने में दबाव, लगातार खांसी, बेचैनी और बहुत तेज सिरदर्द की शिकायत भी हो सकती है। ये सब ऑक्सीजन लेवल गिरने के लक्षण है।