कोरोना के प्रकोप से सभी डरे हुए हैं। भारत में कोरोना की दूसरी लहर काफी तेज है जिसके चलते अस्पतालों में कोरोना मरीजों की भारी भीड़ देखी जा रही है। अब केंद्र सरकार ने आज कोरोना संक्रमण को बढ़ाने वाले कारणों की एक सूची साझा की। सरकार के #IndiaFightsCorona ट्विटर अकाउंट पर इस सूची को साझा किया गया, जिसका उद्देश्य लोगों में कोरोना महामारी को लेकर जागरूक करना है।
📍Risk factors increasing #COVID19 vulnerability
✅Those with the age of 60 years and above
✅Those who smoke 🚬
✅Those with non-communicable diseases (NCDs)#StaySafe👍 #Unite2FightCorona pic.twitter.com/SeU7bvVNLW
— #IndiaFightsCorona (@COVIDNewsByMIB) April 18, 2021
इसमें बताया गया है, धूम्रपान, हृदय और सांस लेने से संबंधित बीमारी कोरोना वायरस के खतरे को बढ़ा सकती है। सरकार ने ट्विटर अकाउंट के जरिए वायरस बढ़ाने वाले खतरों को लेकर गाइडलाइन जारी की है। आइए जानते हैं किन लोगों में कोरोना होने के चांस सबसे ज्यादा है।
पहला
जिनकी आयु 60 वर्ष या उससे अधिक है। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय, कोविड -19 पर अपने आधिकारिक दिशानिर्देशों में कहते हैं कि वृद्ध लोगों, विशेष रूप से 60 वर्ष से अधिक आयु के लोगों में कोरोना संक्रमण की ज्यादा संभावना होती है। ऐसे लोगों में कोरोनोवायरस एक गंभीर बीमारी विकसित करता है।
दूसरा
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, तंबाकू का सेवन करने से कोविड -19 संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। वर्तमान में SARS-CoV-2 संक्रमण और धूम्रपान के बीच लिंक को ठीक से परिभाषित करने के लिए पर्याप्त रूप से डिजाइन किए गए सहकर्मी की समीक्षा की गई, जनवरी में किंग्स कॉलेज लंदन के रिसर्चर की तरफ से किए गए एक अध्ययन से पता चला है कि अस्पताल में भर्ती मरीजों में धूम्रपान करने वालों की संख्या धूम्रपान नहीं करने वालों की संख्या से अधिक है।
तीसरा
डायबेटिक मरीजों में कोविड -19 के गंभीर लक्षण या मृत्यु होने की संभावना तीन गुना अधिक है।
चौथा
नॉन कम्युनिकेबल डिजीज(NCDs) भी व्यक्ति में कोविड संक्रमण के खतरे को बढ़ाती हैं और उन्हें कोरोनोवायरस रोग से निपटने के लिए अतिसंवेदनशील भी बनाती हैं जैसे कार्डियोवस्कुलर बीमारी इनमें हृदय से संबंधित समस्या जैसे हार्ट फेलियर जैसी बीमारियां शामिल हैं। डब्ल्यूएचओ के अनुसार, इस बीमारी के कारण कोविड – 19 खतरे को लोगों में 2।3, 2।9 और 3।9 गुना बढ़ाया गया है।