गर्मी में तरबूज खाना सभी को पसंद होता है। स्वाद में मीठे-मीठे तरबूज गर्मी से राहत देते है। लेकिन कुछ तरबूज ऐसे होते है, जो स्वाद में फीके होते है और खाने का मजा किरकिरा कर देते है। तरबूज बेचने वाले एक कटा हुआ तरबूज आपको चखाकर सभी तरबूज के मीठे होने का दावा करते है। वहीं मार्किट में इंजेक्शन का इस्तेमाल ग करके कई तरबूजों को विकसित किया जाता है। ऐसे में सही और मीठे तरबूज को पहचान करना मुश्किल हो गया है। आज हम आपको बताएंगे कि सही तरबूज की पहचान कैसे करें?
भारी होना चाहिए तरबूज- कोई भी पानी वाला फल होता है भारी होता है। अगर आप जिस तरबूज का चुनाव कर रहे है तो वो वजन में हल्का है तो उसे भूल कर भी ना खरीदें। ऐसे तरबूज इंजेक्ट करके बड़े किए जा सकते है। जिसका स्वाद आपको दवाई की तरह लग सकता है। जिससे कई स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती है।
छेद वाले तरबूज खाने से बचें- केवल तरबूज ही नहीं बल्कि किसी भी फल व सब्जी को जिसमें छेद हो, खरीदने से बचना चाहिए। कुछ तरबूज में कीड़े लग सकते हैं तो कुछ में इंजेक्शन वाले छेद दिख सकते है। ऐसे तरबूज अंदर से लाल भी होंगे और साइज में बड़े भी। लेकिन, स्वास्थ्य के लिए बेहद हानिकारक।
पीले रंग का तरबूज- तरबूज का अगर बाहरी हिस्सा पीले रंग का है तो ये आपके स्वास्थ्य के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकता है। दरअसल, ऐसे तरबूजों में नाइट्रेट नाम का एक तत्व पाया जाता है, जो शरीर में जहर फैलाने का काम कर सकता है।
गहरा हरा रंग का तरबूज- यदि तरबूज बाहर से ही तरोताजा और काफी प्राकृतिक रूप से हरा दिखे तो ऐसे तरबूज आप खरीद सकते है। ये स्वादिष्ट भी होंगे और सेहतवर्धक रहते है।
पानी में डालें तरबूज के टुकड़े– तरबूज के असली और नकली की पहचान उसके टुकड़े को पानी में डालने से हो सकती है। अगर पानी में डालने के बाद पानी का रंग गुलाबी होता है तो वो तरबूज नकली होगा, जबकि, पानी में डालने के बावजूद उसके रंग में कोई बदलाव नहीं होता है तो तरबूज असली होगा।