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भारत ने कोरोना रोगियों की 85% रिकवरी दर हासिल की

भारत ने कोरोना रोगियों की 85% रिकवरी दर हासिल की

देश में पिछले कुछ हफ्तों में कोविड-19 के ठीक होने वाले मामलों की उच्च संख्या का क्रम जारी है और राष्ट्रीय रिकवरी दर आज 85 फीसदी तक पहुंच गई है। पिछले 24 घंटों के दौरान नए पुष्ट हुए मामलों की तुलना में रिकवर होने वाले मामलों की संख्या अधिक रही है।

देश में पिछले 24 घंटों में 82,203 रोगी ठीक हुए हैं, जबकि नए पुष्ट मामलों की संख्या 72,049 रही है। ठीक होने वाले रोगियों की कुल संख्या 57,44,693 हो गई है। इसकी बदौलत अधिकतम ठीक होने वाले रोगियों के मामले में भारत की वैश्विक स्थिति लगातार मजबूत बनी हुई है।

बड़ी संख्या में ठीक होने वाले रोगियों की संख्या के चलते सक्रिय मामलों और ठीक होने वाले मामलों के बीच अंतर और अधिक बढ़ गया है। ठीक होने वाले मामलों और सक्रिय मामलों (9,07,883) के बीच का अंतर 48 लाख (48,36,810) से अधिक हो गया। ठीक होने वाले मामले सक्रिय मामलों से 6.32 गुना हैं जो यह प्रदर्शित करते हैं कि ठीक होने वाले रोगियों की संख्या लगातार बढ़ रही है।

देश में सक्रिय मामलों में और कमी आई हैं और यह 13.44% तक नीचे खिसक गया है और लगातार घट रहा है। राष्ट्रीय आंकड़े की बात करें तो 18 राज्यों / केंद्रशासित प्रदेशों में रिकवरी की दर राष्ट्रीय औसत से अधिक है।

ठीक होने वाले नए मामलों में से 75 फीसदी योगदान 10 राज्यों का है जिनमें महाराष्ट्र, कर्नाटक आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, केरल, उत्तर प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, पश्चिम बंगाल और दिल्ली शामिल हैं। महाराष्ट्र इस सूची में शीर्ष पर है जहां एक दिन में लगभग 17,000 रोगी ठीक हुए हैं जबकि कर्नाटक ने एक दिन में ठीक होने वाले रोगियों की इस सूची में 10,000 से अधिक का योगदान दिया है।

देश में पिछले 24 घंटों के दौरान कुल 72,049 नए मामले सामने आए हैं। 10 राज्यों / केंद्र शासित प्रदेशों का नए पुष्टि किए गए मामलों में 78% का योगदान है। महाराष्ट्र इस सूची में शीर्ष पर है जिसने इसमें लगभग 10,000 मामलों का योगदान दिया है और इसके बाद कर्नाटक का नंबर आता है जिसने इस सूची में 12,000 से अधिक का योगदान दिया है।

पिछले 24 घंटों के दौरान देश भर में 986 मौतें हुई हैं। कोविड के कारण पिछले 24 घंटों में हुई मौतों में 83% मौतें 10 राज्यों / केन्द्र शासित प्रदेशों में हुई हैं। नई मौतों में महाराष्ट्र में सर्वाधिक 370 मौतें के साथ 37 फीसद मौत हुई हैं। इसके बाद कर्नाटक में 91 रोगियों की मौत हुई है।

अक्टूबर से लेकर दिसंबर तक त्यौहारों का समय होता है और इस दौरान धार्मिक पूजा, मेले, रैलियां, प्रदर्शनियां, सांस्कृतिक समारोह, जुलूस आदि के लिए निर्दिष्ट स्थानों में बड़ी संख्या में लोग जमा होते हैं। ये आयोजन एक दिन या एक सप्ताह या उससे अधिक समय तक हो सकते हैं। कोविड -19 संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए, स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय ने त्यौहारों के दौरान कोविड-19 के प्रसार को रोकने के लिए निवारक उपायों पर मानक संचालन प्रक्रिया जारी की है।.