भारत के वैज्ञानिकों ने साबित कर दिया है कि कोरोना के खिलाफ उनकी तैयारी दुनिया में सर्वश्रेष्ठ स्तर की है। कोरोना के नए स्ट्रैन को लेकर सभी देशों में भय का महौल बना हुआ है। खास तौर से ब्रिटेन और अमेरिका ऐसे देश हैं जहां कोरोना का खौफ सिर चढ़ कर बोल रहा है। ब्रिटेन में कोरोना के नए स्ट्रैन के मरीजों की संख्या सबसे ज्यादा है। भारत में कोरोना के नए स्ट्रैन के मरीजों की संख्या 33 हो गई है। ब्रिटेन से गुजरात लौटे चार और लोगों में कोरोना का नया स्ट्रैन पाया गया है। इन चारों के साथ ही एयरलाइंस में उनके साथ आए यात्रियों को क्वारंटीन किया जा रहा है। भारत की मेडिकल रिसर्च काउंसिल ने कहा है कि कोरोना के नए वायरस को म्यूटेड करने का सबसे बड़ा फायदा इसकी वैक्सीन बनाने में मिलेगा। भारत दुनिया का अकेला देश बन गया है जहां इन नए स्ट्रेन को अलग करने में सफलता मिली है।
आईसीएमआर ने ट्वीट कर कहा कि ब्रिटेन में सामने आए कोरोना वायरस के नए प्रकार (स्ट्रेन) का भारत ने सफलतापूर्वक ‘कल्चर’ किया है। ‘कल्चर’ एक ऐसी प्रक्रिया है, जिसके तहत कोशिकाओं को नियंत्रित परिस्थितियों के तहत उगाया जाता है और आमतौर पर उनके प्राकृतिक वातावरण के बाहर ऐसा किया जाता है।
आईसीएमआर ने एक ट्वीट में दावा किया कि किसी भी देश ने ब्रिटेन में पाए गए सार्स-कोव-2 के नए प्रकार को अब तक सफलतापूर्वक पृथक या ‘कल्चर’ नहीं किया है। आईसीएमआर ने कहा कि वायरस के ब्रिटेन में सामने आए नए प्रकार को सभी स्वरूपों के साथ राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (NIV) में अब सफलतापूर्वक पृथक यानी अलग और कल्चर कर दिया गया है। इसके लिए नमूने ब्रिटेन से लौटे लोगों से एकत्र किए गए थे।
India successfully cultures the new viral strain on the horizon (UK-variant of SARS-CoV-2). #ICMRFIGHTSCOVID19 #IndiaFightsCOVID19 #CoronaUpdatesInIndia #COVID19 #Unite2FightCorona @MoHFW_INDIA @PIB_India @DrHVoffice @drharshvardhan @AshwiniKChoubey @icmr_niv pic.twitter.com/vaCMQMSHOJ
— ICMR (@ICMRDELHI) January 2, 2021
ब्रिटेन ने हाल ही में घोषणा की थी कि वहां लोगों में वायरस का एक नया प्रकार पाया गया है, जो 70 प्रतिशत तक अधिक संक्रामक है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा था कि सार्स-कोव-2 के इस नए ‘स्ट्रेन’ से भारत में अब तक कुल 29 लोगों के संक्रमित होने की पुष्टि हुई है।.