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देश में कोरोना के 30 लाख से अधिक मरीज ठीक हुये

देश में कोरोना के 30 लाख से अधिक मरीज ठीक हुये

भारत की कोरोना मामला मृत्‍यु दर वैश्विक औसत से कम है और इसमें लगातार कमी आ रही है। वर्तमान में यह 1.74% है। लेकिन सक्रिय मामलों का अनुपात का  0.5% से कम हिस्‍सा वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं। आंकड़ों के हिसाब से केवल 2% मामले आईसीयू में हैं, जबकि 3.5% से कम सक्रिय मामलें है, जो ऑक्सीजन युक्‍त बेड पर हैं। इन उपायों के परिणामस्वरूप, भारत की कुल कोविड-19 रिकवरी अब 30 लाख (30,37,151) से अधिक हो गई है।

पिछले 24 घंटों में 66,659 मरीजों के ठीक होने से भारत ने लगातार 8वें दिन 60,000 से अधिक मरीजों के ठीक होने की गति जारी रखी है। कोविड-19 रोगियों के बीच रिकवरी दर 77.15% है, जो यह दर्शाती है कि पिछले कई महीनों में मरीजों के ठीक होने की संख्‍या में काफी बढ़ोतरी हुई।

अधिक संख्‍या में मरीजों के ठीक होने से ठीक हुए मरीजों और सक्रिय मामलों के बीच अन्‍तर में काफी बढ़ोतरी हुई है। यह अंतर अब तक 22 लाख को पार कर गया। इससे यह सुनिश्चित होता है कि देश में सक्रिय मामलों की वास्तविक संख्‍या (8,31,124 जो सक्रिय चिकित्सा देखभाल के अधीन हैं) कम हुई हैं और वर्तमान में सक्रिय मामले  कुल पॉजिटिव मामलों के केवल 21.11% हैं।

दैनिक परीक्षण क्षमता 10 लाख से अधिक बढ़ाने के लक्ष्य को सफलतापूर्वक अर्जित करने के बाद भारत ने लगातार दो  दिनों में पूरे देश में 11.70 लाख से अधिक नमूनों की जांच की है। पिछले 24 घंटों में 11,69,765 नमूनों की जांच की गई है। दैनिक परीक्षणों में आई तेजी के कारण संचयी परीक्षण लगभग 4.7 करोड़ हो गये हैं। अभी तक संचयी परीक्षणों की संख्‍या 4,66,79,145 हो गई है।

इस बहुत अधिक दैनिक परीक्षण के बावजूद दैनिक पॉजिविटी दर अभी भी 7.5% से कम है। जबकि संचयी पॉजिविटी दर 8.5% से कम है। व्यापक पैमाने पर लगातार उच्च परीक्षणों से शीघ्र निदान, शीघ्र आइसोलेशन और समय पर मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराने में सहायता मिली है। होम आइसोलेशन और अस्पताल दोनों में ही बेहतर पर्यवेक्षण से मानक उपचार प्रोटोकॉल पर आधारित प्रभावी उपचार के कारण भी मृत्यु दर कम हुई है।

परीक्षण स्तरों में भारत में व्‍यापक बढ़ोतरी पूरे देश में नैदानिक ​​प्रयोगशाला नेटवर्क के निरंतर विस्‍तार के कारण हुई है। आज सरकारी क्षेत्र में 1025 और निजी क्षेत्र में 606 प्रयोगशालाएं काम कर रही है। इससे पूरे देश में कुल मिलाकर 1631 प्रयोगशालाएं हो गई हैं।.