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NCR Air Pollution : डॉक्टरों का कहना, 'धुंध' आंखों के लिए डेंजरस

NCR Air Pollution : डॉक्टरों का कहना, 'धुंध' आंखों के लिए डेंजरस

गर्म और पसीने से राहत देने वाला सर्दी का मौसम अपने साथ स्वास्थ्य समस्याओं की अधिकता को भी लाता है। शांत और ठंडा मौसम हवा में प्रदूषण को बढ़ाता है, जो सांस की तकलीफ के साथ-साथ हमारी आंखों के लिए भी खतरनाक है। चिंता की बात यह है कि हर साल धुंध (Smog) की गंभीरता राजधानी दिल्ली और आसपास के इलाकों में बढ़ती जा रही है।

इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता है कि NCR की जिस हवा में हम सांस लेते हैं, वह जहरीले प्रदूषकों और खतरनाक गैसों की एक परत के साथ बह रही है। वास्तव में वायु प्रदूषण पर कुछ अध्ययनों से पता चला है कि NCR में हवा की गुणवत्ता एक दिन में 40-50 सिगरेट पीने के बराबर खराब है। वायु प्रदूषण का यह चरम स्तर, 'स्मॉग' के रूप में न केवल हमारे श्वसन और हृदय प्रणालियों को प्रभावित कर रहा है, बल्कि यह हमारी आंखों को भी नुकसान पहुंचा रहा है।

सुबह के वक्त सैर पर जाने वाले लोगों की आंखों में भी समस्या दिखने लगी है। ऐसे में आंखों के डॉक्टरों के अनुसार सुबह की सैर से बचना चाहिए। क्योंकि हवा में प्रदूषकों के छोटे कण और जहरीली गैसों से आंखों की जलन, लालिमा और आंखों में पानी जैसी समस्याएं पैदा हो रही हैं।

दिल्ली के मालवीय नगर में स्थित आंखों के डॉ. ए के सिंह ने आईएएनएस को बताया, "स्मॉग की वजह से आंखे जलने लगती हैं। आंखों में लालपन आ जाता है। दिखने में भी समस्या आने लगती है, जिसकी वजह से लैपटॉप और फोन चलाने में दिक्कत आने लगती है। ऐसी समस्या से बचने के लिए एक समय के अंतराल में आंखों को धोते रहे। बार-बार आंखें नहीं धो सकते हैं, तो कहीं बाहर से आने के बाद अपनी आंखों में पानी डाल लें।"

शार्प साईट आई अस्पताल के डॉ. शांतनु मुखर्जी ने आईएएनएस को बताया, "यह अभी शुरुआत है, दीवाली के बाद हवा की गुणवत्ता और बिगड़ने वाली है। किसानों द्वारा पराली की आग, पत्तियों के जलने, और कचरे के ढेर के साथ-साथ वाहनों से होने वाले प्रदूषण का एक साथ मिलकर दिल्ली की खतरनाक वायु गुणवत्ता को और खराब कर देगा।"

उन्होंने बताया, "इन प्रदूषकों का स्वास्थ्य पर प्रभाव अस्थमा से लेकर कैंसर, स्ट्रोक और अल्जाइमर की बीमारी तक हो सकता है। लेकिन इससे हमारी आंखों पर भी गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।"

दरअसल बच्चों में स्मॉग की वजह से ज्यादा परेशानी हो रही है। आंखों से पानी, आंखों का लाल होना, जलन वा खुजली और ड्राई आईज, आदि समस्या सामने आ रही हैं।

गुडगांव स्थित मैक्स अस्पताल की डॉ पारूल शर्मा ने आईएएनएस को बताया, "हाल ही या दिनों में आंखों में सूखापन, एलर्जी और इंफेक्शन की समस्या ज्यादा बढ़ गई है। इससे बचने के लिए आंखों को आरओ के पानी से धोते रहें। वहीं बाहर निकलते वक्त चश्मा जरूर पहनें। आंखों में जो लोग लैंस लगाते हैं, उसका प्रयोग कम करें। वहीं लैपटॉप आदि स्क्रीन पर लोग वर्तमान में ज्यादा समय दे रहे हैं। जिसकी वजह से भी समस्याएं आ रही हैं।"

शर्मा ने कहा, “प्रदूषण में इस तरह की और समस्या बढ़ गई है। स्क्रीन का इस्तेमाल करते वक्त 10 मिनट के बाद अपनी आंखों को 10 सेकेंड के लिए बंद करते रहें। इससे आंखों को फायदा होगा। आंखों के डॉक्टरों के अनुसार आंखों में जलन या लालिमा होने की स्थिति में उन्हें रगड़ें नहीं। आगे किसी भी संक्रमण को रोकने के लिए अपनी आंखों को ठंडे पानी से धोएं। वहीं हर दिन कम से कम 2 लीटर पानी पिएं। बाहर कदम जाने पर यूवी संरक्षित धूप का चश्मा पहनें। साथ ही आंखों में खुजली या लालिमा होने पर कांटेक्ट लेंस और आई मेकअप से बचें।".