रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने मंगलवार को कहा कि उनका देश कोरोनावायरस के खिलाफ वैक्सीन दर्ज करने वाला दुनिया का पहला देश बन गया है। समाचार एजेंसी तास ने पुतिन के अधिकारियों के साथ बैठक में दिए गए बयान को उद्धृत करते हुए लिखा, "जहां तक मुझे पता है, आज सुबह दुनिया में पहली बार कोरोनावायरस संक्रमण के खिलाफ एक वैक्सीन दर्ज की गई थी।"
रूसी नेता ने वैक्सीन को लेकर कहा, "मुझे पता है कि यह प्रभावी ढंग से काम करता है। एक स्थिर प्रतिरक्षा बनाता है और मैं दोहराता हूं कि इसने सभी आवश्यक निरीक्षणों को पास कर लिया है।"
साथ ही, उन्होंने इस टीके के पंजीकृत होने को 'दुनिया के लिए बहुत महत्वपूर्ण कदम' बताया।
इससे पहले, स्वास्थ्य मंत्री मिखाइल मुराशको ने कहा था कि गामालेया नेशनल रिसर्च सेंटर फॉर एपिडेमियोलॉजी एंड माइक्रोबायोलॉजी ऑफ रशियन हेल्थकेयर मिनिस्ट्री द्वारा विकसित वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल खत्म हो गए हैं।
द मेट्रो न्यूजपेपर की रिपोर्ट के मुताबिक, चूंकि इसके क्लीनिकल ट्रायल का अंतिम चरण चल रहा है, लिहाजा यह अनुमति वैक्सीन के बड़े पैमाने पर इस्तेमाल का मार्ग प्रशस्त करती है।
परीक्षणों के अगले चरण, यानी तीसरे चरण में हजारों प्रतिभागी शामिल होंगे।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, वर्तमान में दुनियाभर में 100 से अधिक संभावित कोविड-19 टीके विकसित किए जा रहे हैं, जिनमें से कम से कम 4 वैक्सीन ह्यूमन ट्रायल के तीसरे चरण में हैं।
रूस में मंगलवार तक कोविड-19 से 15,131 मौतें हो चुकी हैं और कुल 8,97,599 लोग संक्रमित हैं।.