कोरोना वायरस की दूसरी लहर कोहराम मचाने के बाद अब इसमें गिरावट दर्ज की जाने लगी है। लेकिन मौत के आंकड़े अब भी चिंता बढ़ा रहे हैं। कोरोना के नए मामले तीन लाख से कम आने लगे हैं, लेकिन मरने वालों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है, यहां तक की जब 4 लाख से भी ज्यादा केसेस आते थे तब भी इतनी मौतें नहीं होती थी। विशेषज्ञों का इसपर कहना है कि अगले दो से तीन हफ्ते में मौत के आंकड़ों में गिराट दर्ज की जाने लगेगी।
एक्सपर्ट का मानना है कि, संक्रमण के करीब दो से तीन हफ्ते बाद मौत होती है। क्योंकि, नए केसेज घटे हैं ऐसे में मौतों की संख्या पर उनका असर दो से तीन हफ्ते में दिखेगा। दिल्ली मेडिकल काउंसिल के प्रेजिडेंट डॉक्टर अरुण गुप्ता का कहना है कि संक्रमण और मौत में लगभग 15 दिन का अंतर होता है। जब कोई संक्रमित होता है या उनमें संक्रमण की पुष्टि होती है तो पहले ही दिन लोग बीमार नहीं होते हैं।
डॉक्टर अरुण गुप्ता का कहना है कि आमतौर पर सातवें या आठवें दिन तबीयत बिगड़ती है, तब लोग अस्पताल जाते हैं। वहां पर भी अधिकतर मरीज ठीक हो जाते हैं। उनमें से कुछ मरीज को आईसीयू और कुछ को वेंटिलेटर की जरूरत होती है। दो से तीन हफ्ते के बीच कोविड के शिकार मरीजों की मौत होती है।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय द्वारा बुधवार सुबह जारी किए गए आंकड़ों के मुताबिक बीते 24 घंटे में देश में कोरोना के 2,67,334 नए मामले सामने आए हैं, जबकि, 4,529 लोगों की मौत हुई हैं। भारत में अबतक कोरोना के कुल 2,54,96,330 पॉजिटिव मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें ऐक्टिव केसेज की संख्या 32,26,719 है। अबतक 2,19,86,363 लोग कोरोना ठीक हो चुके हैं। वहीं, 2,83,248 लोगों की इस जानलेवा वायरस से मौत हो चुकी है।