हरिद्वार कुंभ मेला कोरोना का नया हॉटस्पॉट बन गया है। हरिद्वार में बीते 48 घंटे के दौरान 1,000 लोग कोरोना संक्रमित पाए गए हैं। वहीं अखाड़ों में संक्रमित संतों की संख्या 40 तक पहुंच गई है। देशभर से 13 अखाड़ों के साधु-संत हजारों की संख्या में इस मेले में मौजूद है। इन साधुओ-संतों के दर्शन करने के लिए श्रद्धालु भी आ रहे है। ऐसे में कुंभ नगरी में बड़े पैमाने पर संक्रमण फैलने का खतरा बना हुआ है। जिन अखाड़ों के संतों को कोरोना हुआ है, उनमें श्री शंभू पंच अग्नि अखाड़ा, श्री तपोनिधि आनंद अखाड़ा, श्री पंचायती अखाड़ा महानिर्वाणी और अखिल भारतीय श्री दिंगबर अणि संत शामिल है।
कुंभ मेले में बढ़ती भीड़ को लेकर सोशल मीडिया पर कई लोगों ने आपत्ति जाहिर की। इस कड़ी में फिल्म प्रड्यूसर और डायरेक्टर राम गोपाल वर्मा ने भी सख्त टिप्पणी की। राम गोपाल वर्मा अपने ट्वीट में कुंभ मेले की एक तस्वीर शेयर करते हुए लिखा- 'आप जो देख रहे हैं यह कुंभ मेला नहीं बल्कि कोरोना एटम बॉम्ब है… मुझे ताज्जुब है कि इस वायरल एक्सप्लोजन के लिए किसे जिम्मेदार ठहराया जाएगा।' एक और ट्वीट करते हुए रामगोपाल ने लिखा- 'बधाई हो इंडिया, लॉकडाउन को अब एक नया नाम दिया गया है 'ब्रेक द चैन'…
Congratulations india 💐💐💐Lockdown has got a new name now “Break the chain “ wowww and all are invited to the naming ceremony Statuory warning : No masks for Kumbh mela returnees because they already washed off their virus in the Ganges
— Ram Gopal Varma (@RGVzoomin) April 13, 2021
इस ट्वीट में उन्होंने आगे लिखा- 'वाह, और सभी को इस नामकरण संस्कार में इस वैधानिक चेतावनी के साथ बुलाया गया है कि कुंभ मेला ले लौटने वालों को मास्क नहीं लगाना है क्योंकि वह पहले ही अपना वायरस गंगा में धो आए हैं।' राम गोपाल वर्मा ने अपनी बात के लिए पिछले साल दिल्ली में जमात का उदाहरण देते हुए हिंदुओं से माफी मांगने की भी बात कही। उन्होंने लिखा- 'मार्च 2020 में कोरोना को तेजी से फैलाने वाली दिल्ली की जमात बाहुबली कुंभ मेला के सामने एक शॉर्ट फिल्म जैसी थी। सभी हिंदुओं को मुस्लिमों से माफी मांगनी चाहिए क्योंकि उन्होंने यह तब किया था जब उन्हें पता नहीं था और हम यह तब कर रहे हैं जबकि हमें सबकुछ पहले से पता है।'