चीन की धोखेबाजी एक के बाद एक सब सामने आ रही हैं। एक तरफ चीन बातचीत के जरिए सीमा विवाद जैसे संवेदनशील मुद्दों को हल करने के ढोल पीटता फिरता है तो वहीं चोरी छिपे सीमा पर घुसपैठ की कोशिश करता है। चीन के साथ मोलदो में 11 राउंड की बातचीत हो रही थी और दूसरी ओर सिक्किम को नाकुला में चीनी सैनिक घुसपैठ करने की कोशिश कर रहे थे। सतर्क भारतीय जवानों ने बिना चलाए ही चीनी सैनिकों को वापस भागने पर मजबूर कर दिया। इस दौरान हुई झड़प में चीन के लगभग दो दर्जन सैनिक जख्मी भी हो गए। ऐसा बताया जाता है कि जख्मी होकर गिर पड़े चीनी सैनिकों की मरहम-पट्टी के करने के बाद वापस किया।
बातचीत के बीच एक बार फिर चीन की पीठ में छुरा भोंकने की कोशिश पर भारत ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। हड्डी जमा देने वाली ठंड और 19,000फीट की ऊंचाई पर तैनात भारतीय जवानों के पलट वार से चीनी सैनिक हतप्रभ रह गए। भारतीय जवानों ने बेहद संयम और धैर्य का परिचय देते हुए चीनी सैनिकों को कंधे और सीने के घातक वार से वापस भागने को मजबूर कर दिया। इस बार चीनी सैनिकों पूर्वी लद्दाख के बजाए सिक्किम के नाकू-ला में घुसपैठ की कोशिश की थी। भारतीय सेना के सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अब हालात नियंत्रण में हैं।
शनिवार को सिक्किम के नाकू ला सेक्टर में चीनी सेना ने एलएसी की यथास्थिति को बदलने की कोशिश की थी। उसके कुछ सैनिक भारतीय क्षेत्र की ओर बढ़ रहे थे लेकिन खराब मौसम की स्थिति के बावजूद मुस्तैदी से डटे जवानों ने चीनी सैनिकों को रोक लिया। इस दौरान दोनों ओर के सैनिक आपस में भिड़ गए। कमांडर स्तर पर मामले को उसी दिन सुलझा लिया गया। नाकू-ला काफी संवेदनशील इलाका है।