13 अप्रैल 1919 का दिन भारतीय इतिबास में बेहद अहम है। आज ही के दिन अमृतसर के जलियांवाला बाग में अंग्रेजों ने नरसंहार की घटना को अंजाम दिया था। इस हत्याकांड को आज 102 साल हो गए हैं। ब्रिटिश सरकार ने इस नरसंहार के 100 साल बाद गहरा अफसोस व्यक्त किया था। मगर इस क्रूर घटना के जख्म इतने गहरे हैं कि जलियांवाला बाग की प्राचीर में आज भी मौजूद हैं।
पंजाब के अमृतसर जिले में ऐतिहासिक स्वर्ण मंदिर के नजदीक जलियांवाला बाग नाम के इस बगीचे में अंग्रेजों की गोलीबारी से घबराई बहुत सी औरतें अपने बच्चों को लेकर जान बचाने के लिए कुएं में कूद गईं। बाहर निकलने का रास्ता संकरा होने के कारण बहुत से लोग भगदड़ में कुचले गए और हजारों लोग गोलियों की चपेट में आए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रद्धांजलि
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जलियांवाला बाग हत्याकांड में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि दी. इस दौरान पीएम मोदी ने ट्वीट करते हुए लिखा ‘जलियावाला बाग हत्याकांड में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि. उनका साहस, वीरता और बलिदान हर भारतीय को ताकत देता है।’
Tributes to those martyred in the Jallianwala Bagh massacre. Their courage, heroism and sacrifice gives strength to every Indian.
— Narendra Modi (@narendramodi) April 13, 2021
जेपी नड्डा का शहीदों को शत-शत नमन
वहीं बीजेपी के अध्यक्ष जेपी नड्डा ने लिखा अंग्रेजी हुकूमत से मां भारती की स्वतंत्रता के लिए जलियांवाला बाग नरसंहार में अपने प्राणों का उत्सर्ग करने वाले अमर शहीदों को शत्-शत् नमन। राष्ट्र के प्रति आपका सर्वोच्च बलिदान हमें सदैव मातृभूमि की सेवा करने के लिए प्रेरित करता रहेगा।
अंग्रेजी हुकूमत से माँ भारती की स्वतंत्रता के लिए जलियांवाला बाग़ नरसंहार में अपने प्राणों का उत्सर्ग करने वाले अमर शहीदों को शत्-शत् नमन।
राष्ट्र के प्रति आपका सर्वोच्च बलिदान हमें सदैव मातृभूमि की सेवा करने के लिए प्रेरित करता रहेगा।
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) April 13, 2021
सर्वोच्च बलिदान नहीं भुला पाएगा देश- अमित शाह
देश के गृहमंत्री अमित शाह ने जलियावाला बाग नरसंहार को याद करते हुए लिखा जलियांवाला बाग नरसंहार में शहीद हुए अमर बलिदानियों की वीरता व अदम्य साहस को कोटि-कोटि नमन। मां भारती को गुलामी की बेड़ियों से मुक्त कराने के लिए आपके सर्वोच्च बलिदान को यह कृतज्ञ राष्ट्र कभी भुला नहीं पाएगा।