अफगानिस्तान की मौजूदा सरकार ने भारत को आश्वासन दिया है कि तालिबान के साथ नई व्यवस्था के बाद भी अफगान और भारत के संबंध पूर्ववत रहेंगे। अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल भारत के हितों के खिलाफ कभी नहीं होगा। अफगानिस्तान की राष्ट्रीय समन्वय उच्च परिषद के अध्यक्ष डॉ. अब्दुल्ला अब्दुल्ला ने भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ बातचीत में कहा कि अफगान की जमीन का इस्तेमाल भारत के खिलाफ नहीं किया जाएगा।
अफगानिस्तान के राष्ट्रीय समन्वय परिषद के अध्यक्ष डॉ. अब्दुल्ला 11 अक्टूबर, 2020 तक भारत की आधिकारिक यात्रा पर हैं। उनकी पहली उच्च-स्तरीय बैठक भारत के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल के साथ हुई, जहां दोनों पक्षों ने अफगान सरकार और पिछले महीने दोहा, कतर में शुरू हुई तालिबान के बीच अफगान शांति प्रक्रिया और इंट्रा-अफगान वार्ता पर चर्चा की। इसी दौरान डॉ.अब्दुल्ला ने एनएसए डोभाल को यह आश्वासन दिया।
बैठक के बाद डॉ. अब्दुल्ला ने ट्वीट किया कि भारत के एनएसए अजीत डोभाल के साथ रचनात्मक चर्चा की। हमने दोहा में अफगान पीस प्रॉसेस और दोहा में हुई वार्ता पर चर्चा की। डॉ। अब्दुल्ला ने अफगान में शांति प्रयासों के लिए भारत के पूर्ण समर्थन का आश्वासन दिया, और कहा कि अफ़गान को स्वीकार्य कोई भी शांति समझौते को भारत का समर्थन होगा।.