कोरोना वायरस की तीसरी लहर के खतरे से बचाने के लिए बच्चों को कोविड वैक्सीन देने की कवायद जारी है। बिहार की राजधानी पटना के बाद अब देश की राजधानी दिल्ली में बच्चों पर कोवैक्सीन' का ट्रायल शुरू हो रहा है। दिल्ली के एम्स में आज से बच्चों पर क्लीनिकल ट्रायल किया जाएगा। आपको बता दें कि इस क्लीनिकल ट्रायल के लिए भारत बायोटेक को दवा नियामक डीसीजीआई ने 11मई को ही मंजूरी दे दी थी। भारत बायोटेक की कोवैक्सीन का ट्रायल 525हेल्थी वॉलेंटियर्स पर होगा।
इन्हें देश के अलग-अलग हिस्सों से लिया जाएगा। ट्रायल में विभिन्न पहलुओं का अध्ययन किया जाएगा कि ये बच्चों के लिए कितनी सुरक्षित है, इसके साइड इफेक्ट्स है कि नहीं… आपको बता दें कि बीते हफ्ते एम्स पटना ने 2से 18साल की उम्र के बच्चों पर कोवैक्सीन का ट्रायल शुरू किया था। जिसके बाद डीसीजीआई ने बच्चों पर कोवैक्सीन के दूसरे और तीसरे चरण के ट्रायल को भी मंजूरी दे दी। कई अन्य संस्थानों के साथ-साथ दिल्ली एम्स को भी ट्रायल साइट के लिए चुना गया है।
गौरतलब है कि कोरोना की तीसरी लहर का सोचकर ही लोगों घबरा रहे है। इस पर एक्सपर्ट्स का कहना है कि अगर ज्यादा से ज्यादा लोगों को वैक्सीन की डोज नहीं दी गई तो कोरोना की तीसरी लहर, दूसरी लहर से भी ज्यादा तबाही मचा सकती है। इस लहर में बच्चों पर संक्रमण का असर सबसे ज्यादा देखने को मिल सकता है। देश में टीकाकरण के लिए तीन वैक्सीन को मंजूरी दी गई है, लेकिन कोविशील्ड, कोवैक्सीन और स्पुतनिक-V में से किसी को भी बच्चों के टीकाकरण के लिए मंजूरी नहीं है।