सरकार ने आम आदमी को बड़ी राहत दी है। टोल नाको पर होने वाली चिक-चिक से मुक्ति मिलने वाली है। सरकार ने ऐलान किया है कि साल भर के अंदर देश के सभी टोल प्लाजा खत्म कर दिए जाएंगे। सभी गाड़ियों में जीपीएस होगा और हाईवेज पर जहां से एंट्री से लेकर एग्जिट तक का ही टोल लगेगा। शहरों के अंदर टोल नहीं देना होगा। अभी तक रास्ते में जितने टोल नाके मिलते हैं सभी पर टोल देना होता है लेकिन अब ऐसा नहीं होगा।
यह जानकारी केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार लोकसभा में दी। नितिन गडकरी ने कहा कि अगले एक साल में देश से सभी टोल प्लाजा खत्म कर दिया जाएगा। हालांकि टोल प्लाजा खत्म करने का यह मतलब नहीं होगा कि टोल देना ही नहीं पड़ेगा। अब गाड़ियों में जीपीएस सिस्टम लगाया जाएगा जिसकी मदद से टोल शुल्क का भुगतान हो सकेगा। गुरुवार नितिन गडकरी ने कहा कि पिछली सरकारों के दौरान कई स्थानों पर शहरी इलाकों के भीतर टोल बनाए गए जो गलत और अन्यायपूर्ण है। इन्हें हटाने का कार्य एक साल में पूरा हो जायेगा।
लोकसभा में प्रश्नकाल के दौरान सदन के सदस्यों गुरजीत औजला, दीपक बैज और कुंवर दानिश अली ने पूरक प्रश्नों के उत्तर में यह जानकारी उनकी ओर से दी गई। उन्होंने कहा कि शहरों के भीतर टोल पहले बनाए गए। यह गलत है और अन्यायपूर्ण है। एक साल में ये टोल भी खत्म हो जाएगा। इस तरह के टोल में चोरियां बहुत होती थीं। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि सरकार की योजना है कि अगले एक साल में सभी टोल प्लाजा खत्म कर दिया जाएगा। टोल प्लाजा खत्म होगा लेकिन टोल देना होगा।
उन्होंने कहा कि अब गाड़ियों में जीपीएस सिस्टम लगाया जाएगा जिसकी मदद से टोल शुल्क का भुगतान हो सकेगा और इसके बाद शहर के अंदर इस तरह के टोल की जरूरत नहीं होगी। एक अन्य सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि 90 फीसदी जमीन अधिग्रहण किए बिना हम परियोजना अवार्ड नहीं करते। जमीन का अधिग्रहण करने के बाद विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार की जाती है।