देश के सबसे बड़े आदमी मुकेश अंबानी के घर के सामने कुछ दिन पहले एक गाड़ी में बिस्फोटक मिला था। अब इस मामले में हर दिन नया मोड़ आ रहा है। NIA ने इस मामले में मुंबई पुलिस के अधिकारी और एनकाउंटर स्पेशलिस्ट सचिन वाजे (Sachin Waze) को गिरफ्तार किया है। जांच के दौरान NIA के हाथ कई और सबूत आए हैं जोकि हैरान करने वाले हैं। जानकारी के मुताबिक CIU में रहते हुए सचिन वाजे जब संदिग्ध स्कोर्पियो और बम धमकी की जांच कर रहे थे तब ठाणे की अपनी ही सोसायटी के CCTV फुटेज DVR को जब्त कर लिया था। सोमवार को NIA की टीम जब सचिन वाजे के घर जांच के लिए गई तब ये खुलासा हुआ। हैरान करने वाली बात ये है कि उस DVR से फुटेज मिटा दी गई है। जांच में यह भी सामने आया है कि अभी तक स्कॉर्पियो के चोरी होने को लेकर किया जा रहा दावा झूठा है और ये गाड़ी सचिन वाजे की कस्टडी में ही थी।
सचिन वाजे को फ़िलहाल 25 मार्च तक एनआईए की कस्टडी में भेज दिया गया है। उधर सचिन वाजे के वकील ने आरोप लगाया है कि कोर्ट में पेश करने से पहले उन्हें 12 घंटे तक अवैध रूप से कस्टडी में रखा गया था। आरोपों के मुताबिक सचिन को रविवार को कस्टडी में लिया गया था जबकि सोमवार को कोर्ट के सामने पेश किया गया। आरोप है कि परिवार के लोगों और वकील को भी सचिन वाजे से मिलने नहीं दिया जा रहा है। वाजे को किसी को फोन करने की इजाजत भी नहीं दी गयी है। उनके परिवार को भी आधिकारिक रूप से उनकी गिरफ्तारी की जानकारी नहीं दी गयी थी।
बता दें NIA ने 25 फरवरी को दक्षिण मुंबई में अंबानी के घर के निकट विस्फोटकों से भरी एक कार पाए जाने की जांच के सिलसिले में वाजे को शनिवार को गिरफ्तार किया था। कार में जिलेटिन की 20 छड़ें मिली थीं। कार के मालिक एवं ठाणे के रहने वाले कारोबारी मनसुख हिरेन की हत्या के मामले में भी वाजे की भूमिका सवालों के घेरे में है। हिरेन 5 मार्च को ठाणे जिले में मृत पाए गए थे। वाजे ने 63 कथित अपराधियों को मुठभेड़ में मारा है।