देश में कोरोना महामारी से लगातार बिगड़ते हालात को देखते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उपराष्ट्रपति वेंकैया नायडू 1 अप्रैल को सभी राज्यपालों और केंद्रशासित प्रदेशों के उप-राज्यपालों संग बैठक करेंगे। बैठक में कोरोना महामारी को फैलने से रोकने और इसके खिलाफ कारगर उपायों को लेकर कुछ अहम निर्ण लिए जा सकते हैं।
इससे पहले पीएम मोदी ने सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्यमंत्रियों के साथ बैठक की थी। बैठक में पीएम मोदी ने देश में कोरोना महामारी की स्थिति की समीक्षा की और संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए राज्यों को सलाह दी थी। पीएम ने कोरोना कर्फ्यू के नाम से नाइट कर्फ्यू लगाने, टेस्टिंग बढ़ाने, 11 अप्रैल से 14 अप्रैल तक टीका उत्सव मनाने का सुझाव दिया था।
कोरोना के संक्रमण की स्थिति को देखते हुए राज्य सरकारें अळग-अलग प्रतिबंध लगा रही हैं। इस बीच वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को साफ किया कि केंद्र सरकार व्यापक स्तर पर 'लॉकडाउन' नहीं लगाएगी और महामारी की रोकथाम के लिए केवल स्थानीय स्तर पर नियंत्रण के कदम उठाए जाएंगे।
महाराष्ट्र सरकार ने 15 दिनों के लिए प्रतिबंध लगाया है. राज्य में 60,212 नए केस दर्ज किए गए हैं. दिल्ली में भी 13,468 नए केस सामने आए और 81 लोगों की मौत हुई। वहीं पूरे देश में एक्टिव केस की संख्या 13 लाख के करीब पहुंच गई है. इस बीच देश में अब तक 11 करोड़ से अधिक वैक्सीन की डोज दी जा चुकी है। ओडिशा के 30 में से 11 जिलों में कोविड-19 वैक्सीन की कमी के कारण मंगलवार को इन जिलों में वैक्सीनेशन अभियान रोक दिया गया।