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उपद्रवियों की खैर नहीं! अमित शाह की मौजूदगी में उच्च स्तरीय बैठक

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह। (फाईल फोटो)

गणतंत्र दिवस के मौके पर राष्ट्रीय राजधानी में बिगड़ी स्थिति को लेकर केंद्रीय गृह मंत्रालय की उच्चस्तरीय बैठक चल रही है। इस बैठक में किसानों के हिंसक प्रदर्शन और राजधानी के कई हिस्सों में बिगड़ी स्थिति पर चर्चा की जा रही है। दिल्ली में भारी संख्या में बल तैनात हैं और अतिरिक्त बलों को अलर्ट रहने के लिए कहा गया है। इस बैठक में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मौजूद हैं।

गणतंत्र दिवस परेड के बाद दिल्ली में किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकालनी शुरु की। ये रैली दिल्ली की सीमाओं पर निकालनी थी जिसके लिए कुछ रूट तय किये गये थे। लेकिन धीरे-धीरे किसानों ने दिल्ली की सीमाओं से दिल्ली के भीतर प्रवेश करना शुरू कर दिया। इस दौरान रैली हिंसक प्रदर्शन में तब्दिल हो गई। उपद्रवी पुलिस के बैरिकेट तोड़ कर आगे बढ़ने लगे और उनकी पुलिस बलों के साथ झड़प भी शुरू हो गई। आईटीओ और उसके  बाद लाल किला पहुंच कर उपद्रवियों ने सारी हदे पार कर दी। उपद्रवियों ने किले की गुंबद पर अपना झंडा फहरा दिया। उधर, दिल्ली-एनसीआर के कुछ इलाकों में इंटरनेट सेवा भी बंद कर दी गई है।

शांति हमारी सबसे बड़ी ताकत: संयुक्त किसान मोर्चा

उधर, किसानों के इस प्रदर्शन को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा ने कहा है कि हमारे सभी प्रयासों के बावजूद कुछ संगठनों और व्यक्तियों ने तय मार्गो का उल्लंघन किया और निंदनीय कार्यों में संलिप्त हुए। इस शांतिपूर्ण आंदोलन में असामाजिक तत्व घुस आए हैं। हमने हमेशा यह सुनिश्चित किया है कि शांति हमारी सबसे बड़ी ताकत है और इसका जरा सा भी उल्लंघन आंदोलन को प्रभावित करेगा।

कृषि विरोधी कानूनों को वापस लिया जाए: राहुल गांधी

गणतंत्र दिवस के मौके पर किसानों के प्रदर्शन पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर किसानों का समर्थन किया है। उन्होंने ट्वीट किया, 'हिंसा किसी समस्या का हल नहीं है। चोट किसी को भी लगे, नुकसान हमारे देश का ही होगा। देशहित के लिए कृषि विरोधी कानून वापस लो!' बता दें कि कृषि कानूनों को लेकर राहुल गांधी शुरुआत से ही केंद्र की भाजपा सरकार पर हमलावर रहे हैं।