महाराष्ट्र में जैसे-जैसे कोरोना पैर पसार रहा है वैसे-वैसे सौ करोड़ वसूली मामले की परतें उघड़ती जा रही हैं। एनआईए ने सचिन वाझे के सहयोगी रियाज काजी को गिरफ्तार करने के साथ ही पूर्व ग्रहमंत्री अनिल देशमुख के निजी सचिव और निजी सहायकों से भी पूछताछ कर रही है। ऐसा बताया जाता है कि किसी भी समय दोनों की गिरफ्तारी की जा सकती है। क्योंकि सौ करोड़ की वसूली में इन दोनों की सक्रिए भूमिका के सुबूत मिले हैं।
महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल लाने वाले सौ करोड़ी वसूली मामले में एनडीए के सहयोगी दल आरपीआई के अध्यक्ष रामदास अठावले ने कहा है कि अभी तो शुरुआत है। अभी तो मंत्रियों के सचिवों को नोटिस दिए जा रहे हैं। इसके बाद महाराष्ट्र के मंत्रियों को नोटिस दिए जाएंगे और एक-एक कर सभी मंत्रियों को इस्तीफा देना पड़ेगा। आरोपियों को जेल जाना पड़ेगा।
रामदास अठावले ने एक टीवी चैनल से बात-चीत के दौरान कहा कि नैतिकता का तकजा कहता है कि इस प्रकरण में जितने भी मंत्रियों का नाम आ रहा है वो सभी और मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को स्वयं इस्तीफा दे देना चाहिए था, लेकिन अब पहले सभी आरोपी मंत्रियों को एक-एक कर इस्तीफा देना पड़ेगा आरोपी जेल जाएंगे और आखिर में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री को भी इस्तीफा देना पड़ेगा।
इससे पहले एनआईए ने रियाज काजी को गिरफ्तार कर कोर्ट के सामने पेश किया था। कोर्ट ने रियाज काजी को 16 अप्रैल तक एनआईए की कस्टडी में भेज दिया है। रियाज काजी वो शख्स है जिसके दिल में सचिन वाझे के कई राज दफ्न हैं। कुछ सबूतों को उसने खत्म कर दिया है। बाकी की बरामदगी एनआईए अब करेगी।