असम में विधानसभा चुनाव तीन चरणों में होंगे 27 मार्च, 1 अप्रैल और 3 अप्रैल, पहले चरण के चुनाव में 47 निर्वाचन क्षेत्रों में 264 उम्मीदवार होंगे जिसमे 241 पुरुष और 23 महिलाये हैं।
दूसरे चरण में 39 विधानसभा सीटों के लिए 345 उम्मीदवार चुनाव में उतरेंगे, जबकि 33 उम्मीदवार तीसरे चरण में 40 निर्वाचन क्षेत्रों में अपनी किस्मत आजमायेंगे। चुनाव आयोग के मुताबिक इस बार कुल 81,09,815 लोग मतदान करेंगे, जिसमे से 40,77,210 पुरुष, 40,32,481 महिला और 114 तीसरे लिंग मतदाता हैं और चुनाव के पहले चरण में 11,537 मतदान केंद्र हैं, जिनमे से 9,620 मुख्य मतदान केंद्र और 1,1917 सहायक मतदान केंद्र हैं।
महिला उम्मीदवारों पर कम भरोसा
मीडिया में आ रही खबरों के मुताबिक, असम में पहले चरण के तहत जिन 47 सीटों पर चुनाव हो रहा है, उनके लिए कुल 264 उम्मीदवार मैदान में हैं। इनमें महिला उम्मीदवारों की संख्या महज 25 है। कांग्रेस ने कुल छह महिला उम्मीदवारों को टिकट दिया है, जबकि भाजपा ने तीन और एजेपी ने सिर्फ एक महिला उम्मीदवार पर दांव खेला है। बीते चुनावों में भी ऐसा ही ट्रेंड नजर आया है।
अनुभवी नेताओं पर ज्यादा दांव
खबरों की माने तो पहले चरण में अधिकतर उम्मीदवार (59%) 41 से 60 वर्ष आयु वर्ग के हैं। असम में अब तक हुए चुनावों में यही ट्रेंड नजर आया है। पहले चरण में सबसे युवा उम्मीदवार मैथ्यू टोपनो हैं, जिनकी उम्र 25 साल है। वह रंगापारा सीट से निर्दलीय चुनाव लड़ रहे हैं। वहीं, सबसे उम्रदराज उम्मीदवार 85 साल के प्रेमधर बोरा हैं। वह बिहपुरिया सीट से निर्दलीय मैदान में हैं। 2016 के विधानसभा चुनाव में इन 47 सीटों में से पांच ऐसे निर्वाचन क्षेत्र थे, जहां जीत के अंतर से ज्यादा वोट नोटा के खाते में गए थे। इन सीटों में सूटिया और थोवरा पर भाजपा ने कब्जा जमाया था।