सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) और उत्तर प्रदेश पुलिस ने 551 किलोमीटर लंबी भारत-नेपाल सीमा पर गश्त तेज कर दी है। गौरतलब है कि बुधवार को राम मंदिर भूमि पूजा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अयोध्या यात्रा निर्धारित है, जिस वजह से सुरक्षा इंतजाम सख्त किए गए हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों के अनुसार, सीमा पर आवाजाही पर कड़ी निगरानी रखी जा रही है और सीमा से सटे गांवों में रहने वाले लोगों से कहा गया है कि वे अपने क्षेत्र में किसी भी संदिग्ध गतिविधि या व्यक्ति को देखते ही सुरक्षा अधिकारियों को सतर्क करें।
खुफिया एजेंसियों द्वारा अगस्त में संभावित आतंकवादी हमले की चेतावनी दिए जाने के बाद पूरे राज्य में, खास तौर पर अयोध्या में और भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा इंतजाम कड़ी कर दी गई है।
पीलीभीत पुलिस ने भारतीय क्षेत्र में असामाजिक तत्वों द्वारा घुसपैठ की संभावना को रोकने के लिए जिले में 56 किलोमीटर लंबी भारत-नेपाल सीमा पर विभिन्न चेकिंग पॉइंट पर पांच बैरियर लगाए हैं।
इसके साथ ही पीलीभीत-लखनऊ राजमार्ग पर संदिग्ध वाहनों की जांच के लिए एक अतिरिक्त बैरिकेड लगाया गया है।
पिछले तीन दिनों से पीलीभीत में डेरा डाले बरेली रेंज के पुलिस डिप्टी इंस्पेक्टर राजेश पांडेय ने कहा, "मैं ईद और रक्षा बंधन के दौरान से ही पुलिसिंग की निगरानी कर रहा हूं, लेकिन मैंने मंगलवार से अयोध्या में हाई-प्रोफाइल समारोह को देखते हुए सुरक्षा और सतर्कता की व्यवस्था की है।"
उन्होंने आगे कहा, "मैंने सुरक्षा व्यवस्था और सतर्कता का जायजा लेने के लिए पुलिस बल और एसएसबी को एक साथ जिले में भारत-नेपाल सीमा पर गश्ती पर तैनात किया है।"
संदिग्ध दिखने वाले किसी भी व्यक्ति को हिरासत में लेने के आदेश जारी किए गए हैं।
पीलीभीत के पुलिस अधीक्षक (एसपी) जय प्रकाश यादव ने कहा, "हम किसी भी विदेशी को आधिकारिक निमंत्रण के बिना पीलीभीत से अयोध्या जाने की अनुमति नहीं देंगे। सिविल ड्रेस में पुलिसकर्मियों को सीमावर्ती गांवों में तैनात किया गया है, ताकि वहां गतिविधियों पर नजर रखी जा सके। इसके साथ ही वाहनों और लोगों की पहचान के लिए नेपाल और उत्तराखंड की ओर जाने वाली सड़कों पर बैरिकेड खड़ा किया गया है सुरक्षा बल की तैनाती की गई है।".