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‘Baba ka Dhaba’ मालिक कांता प्रसाद ने खोला क्यों की आत्महत्या की कोशिश, मुश्किल में आ जाएंगे ये लोग

‘बाबा का ढाबा’ मालिक ठीक होकर घर लौटे

बाबा का ढाबा (Baba Ka Dhaba) के मालिक कांता प्रसाद की हालत में सुधार होने के बाद उन्हें सफदरजंग अस्पताल से छुट्टी मिल गई है और वो अपने घर लौट आए हैं। बाबा के घर लौटने के बाद पुलिस को दिए बयान से इस मामले में एक नया नाटकीय मोड़ आ गया है। बाबा ने पुलिस को यह भी बताया है कि उन्होंने सुसाइड की कोशिश क्यों की थी। अस्पताल से आने के बाद पुलिस के सामने अपना बयान दर्ज करते हुए कांता प्रसाद ने आरोप लगाया कि कई यूट्यूबर्स ने उन पर गौरव वासन से माफी मांगने के लिए दबाव बनाया था, जिसके बाद वह डिप्रेशन में आ गए। इस मामले में अभी तक कोई एफआईआर दर्ज नहीं की गई है, लेकिन पुलिस अब उन कथित यूट्यूबर्स की भूमिका की जांच कर रही है, जिन्होंने कांता प्रसाद को कॉल किए थे।

रिपोर्ट के अनुसार, डीसीपी (दक्षिण जिला) अतुल कुमार ठाकुर ने कहा कि 81 वर्षीय की हालत स्थिर है और वह घर वापस आ गए हैं। कथित तौर पर आत्महत्या का प्रयास करने के बाद उन्हें पिछले सप्ताह गंभीर हालत में दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में भर्ती कराया गया था। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा कि शुरुआत में वह वेंटिलेटर पर थे और फिर उन्हें आईसीयू में रखा गया था।

क्‍या है पूरी कहानी?

प्रसाद पिछले साल तब खबरों में आए थे जब एक वीडियो में उन्हें ढाबे पर कम ग्राहक आने और आर्थिक परेशानी होने की बात करते सुना गया था। इसके बाद उन्हें पूरे देश से आर्थिक मदद मिलने लगी और उनके ढाबे पर ग्राहकों की संख्या बढ़ गई। वह वीडियो सोशल मीडिया पर गौरव वासन ने ही बनाकर डाला था। बाद में प्रसाद ने मदद से मिले पैसे की हेराफेरी का आरोप लगाते हुए वासन के खिलाफ ही शिकायत दर्ज करा दी। प्रसाद ने एक रेस्तरां भी खोल लिया, लेकिन वह नहीं चला और बंद करना पड़ा। तब प्रसाद अपने ढाबे पर ही लौट आए और उन्होंने वासन से माफी मांगी। इसके बाद वासन उनसे मिलने पहुंचे।

कांता ने बताया था कि 1 लाख रुपये के निवेश पर वह सिर्फ 35 हजार रुपये कमा रहे थे। यही कारण था कि उन्‍होंने नया वेंचर बंद कर दिया। उन्‍होंने पुराने स्‍टॉल को चलाने में ही खुशी जाहिर की थी। साथ ही यह भी कहा था कि अपने मरने तक वह अब इसी ढाबे को चलाएंगे।