कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 44 दिनों से दिल्ली के बॉर्डरों को जाम करके बैठे आंदोलनकारियों और सरकार के बीच आठवें दौर वार्ता पर देश-दुनिया की निगाह लगी हुई हैं। गुरुवार को ट्रैक्टर मार्च के बाद आंदोलनकारी और सरकार दोनों के खेमों में हलचल बढ़ी हुई थी। इसी बीच नानकसर गुरुद्वारे के प्रधान बाबा लक्खा सिंह मध्यस्थता के लिए आगे आए। उन्होंने कहा कि ठण्ड और अन्य असुविधाओं के चलते धरना स्थलों पर किसानों की मौत हो रही हैं। लोग परेशानी में हैं। हम दोनों ओर की परिस्थितियों को ध्यान में रख कर नए प्रस्ताव के साथ सरकार के पास जाएंगे। आशा है आज समाधान हो सकता है।
इससे पहले बाबा लक्खा सिंह से बातचीत के दौरान कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तौमर ने कहा था कि सरकार दस कदम चल चुकी है। आंदोलनकारी सिर्फ एक कदम आगे बढ़ें। कानून वापसी के अलावा वो जो भी मांग रखेंगे सब मंजूर हैं।
कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलनकारियों के साथ सरकार की आज (शुक्रवार को) आठवें दौर की वार्ता होने वाली है। इससे पहले किसानों ने शक्ति प्रदर्शन करते हुए ट्रैक्टर मार्च निकाला। ट्रैक्टर मार्च के बाद सरकार और किसान दोनों खेमों में हलचल तेज थी। किसानों की ओर से नानकसर सम्प्रदाय गुरुद्वारा के प्रधान लक्खा सिंह ने केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात की। सिखों में नाकसर गुरुद्वारे बहुत मान्यता है। तोमर से मिलने के बाद लक्खा सिंह ने कहा है कि किसान नेता शुक्रवार को नए प्रस्ताव के साथ सरकार के साथ बैठेंगे।
कृषि मंत्री के साथ मुलाकात में लक्खा सिंह ने मीडिया से कहा- "लोगों की जान जा रही है। बच्चे, किसान, बजुर्ग महिला और पुरूष सड़कों पर हैं। दुख असहनीय है। मैंने सोचा कि इसका कैसे भी समाधान होना चाहिए। इसलिए मैं आज कृषि मंत्री से मिला। बातचीत अच्छी रही और हमने समाधान निकालने की कोशिश की।"
लक्खा सिंह ने कहा, हमारे पास नया प्रस्ताव होगा और इस मुद्दे का समाधान निकालना होगा। हम जल्द से जल्द इसका समाधान निकालने की कोशिश करेंगे। लक्खा सिंह ने कहा कि कृषि मंत्री ने हमें यह आश्वस्त किया है कि समाधान में वह हमारे साथ हैं।
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