राफेल विमान की छठी खेफ फ्रांस से भारत के लिए रवाना हो चुकी है। भारतीय वायूसेना के जत्थे में तीन और राफेल फाइटर विमान शामिल होंगे। लगभग आठ हजार किलोमीटर की दूरी तय कर ये लड़ाकू विमान भारत पहुंचेंगे। इससे पहले अप्रैल को राफेल विमान की पांचवीं खेप फ्रांस से भारत लाई गई थी। नए विमानों के आने के बाद भारतीय बेड़े में राफेल फाइटर जेट की संख्या बढ़कर 23 हो जाएगी।
दोनों देशों के बीच समझौते के बा 5 राफेल विमानों का पहला जत्था 29 जुलाई 2020 को भारत पहुंचा था। इन विमानों को पिछले साल 10 सितंबर को अंबाला में एक कार्यक्रम में आधिकारिक रूप से भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था। 3 राफेल विमानों का दूसरा जत्था 3 नवंबर को भारत पहुंचा था जबकि 27 जनवरी 2021 को 3 और फाइटर जेट वायुसेना को मिले थे।
वहीं, 21 अप्रैल को राफेल विमान (Rafale Aircraft) की पांचवीं खेप फ्रांस भारत लाई गई थी। फ्रांस से भारत आने के दौरान ये विमान रास्ते में कहीं भी नहीं रुके और संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के वायु सेना टैंकरों ने आसमान में ही विमानों में ईंधन भरा। राफेल की वजह से देश को नई ताकत मिली है। राफेल की वजह से पड़ोसी देशों में भी हलचल देखने को मिल चुकी है। राफेल फाइटर जेट की वजह से भारत की तरफ आंख उठाकर देखने वाले देशों में इंडिया की बढ़ती ताकत की चिंता सता रही है।