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Bharat Bandh: भारत बंद आज, पंजाब सहित इन राज्यों पर रहेगा सबसे ज्यादा असर

Bharat Bandh: भारत बंद आज, पंजाब सहित इन राज्यों पर रहेगा सबसे ज्यादा असर

<a href="https://hindi.indianarrative.com/india/pak-agency-isi-conspiring-against-kisan-andolan-funding-through-hawala-20429.html"><span style="color: #000080;"><strong>किसान आंदोलन</strong></span></a> के 13वें दिन बुलाए गए भारत बंद  (Bharat bandh Today) का असर सबसे ज्यादा पंजाब में पड़ने की आशंका है। हालांकि, भारत बंद को पहले ही सांकेतिक कर दिया गया है। भारत बंद (Bharat bandh Today) सुबह 11 बजे से दोपहर 3 बजे तक है। फिर भी दिल्ली एनसीआर में सुरक्षाबल भारी संख्या में तैनात किए गए हैं। इससे पहले  सरकार को बड़ा ब्रेक थ्रू  मिला और आंदोलनकारियों को बड़ा धक्का लगने की खबर है। आंदोलन के 12 वें दिन  शाम होने से पहले 1 लाख 20 हजार सक्रिए सदस्यों वाले हरियाणा के किसान संगठन 'प्रोग्रेसिव फार्मर क्लब' के पदाधिकारियों ने कृषि मंत्री नरेन्द्र सिंह तोमर से मुलाकात की और नए कानूनों में आस्था व्यक्त की। प्रोग्रेसिव फार्मर क्लब के पदाधिकारियों ने नए कृषि कानूनों को रद्द न किए जाने की मांग की है। हालांकि, कानूनों में कुछ संशोधन की आवश्यकता है, उसे किसानों से बात करके ठीक किया जाए। इसके अलावा किसानों के देश व्यापी संगठन भारतीय किसान मजदूर संघ भारत बंद से बिल्कुल नाता तोड़ लिया है। भारतीय किसान मजदूर संघ ने कहा है कि अवांछनीय गतिविधियों के कारण वो इस भारत बंद (Bharat bandh Today) को समर्थन नहीं दे रहे हैं।  पंजाब के बाद जिन राज्यों में बंद के असर की संभावना है उनमें <a href="https://en.wikipedia.org/wiki/Delhi"><strong>दिल्ली</strong></a>, बिहार और असम शामिल हैं।

एक तरफ कृषि कानून पर आंदोलनरत किसान और सरकार के बीच अभी तक बीच का रास्ता नहीं निकला है। मंगलवार को किसानों ने भारत बंद बुलाया है। उसी बीच किसानों के कुछ समूहों ने इस लॉ का समर्थन किया है। 20 किसानों के एक समूह ने कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर से मुलाकात कर तीनों नए कानून पर अपना समर्थन किया है।

एक तरफ तो नए किसान कानून के विरोध में पूरे देश में किसान सड़कों पर उतर आए हैं। इन किसानों दिल्ली आने वाली सभी सीमाओं पर डेरा जमा दिया है। सरकार और आंदोलनरत किसानों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है लेकिन अभी तक कोई बीच का रास्ता नहीं निकल पाया है। अब हरियाणा के किसानों के एक समूह ने कृषि मंत्री से बात की है और नए कानून का समर्थन किया है।

कृषि मंत्री से मुलाकात के बाद प्रोग्रेसिव फार्मर क्लब  के अध्यक्ष कंवल सिंह चौहान ने कहा कि जो किसान आंदोलन कर रहे हैं उनको गुमराह किया गया है। पीएम ने बार-बार भरोसा दिया है कि एमएसपी और मंडी सिस्टम जस का तस रहेगा। गौरतलब है कि मंगलवार 8 दिसंबर को आंदोलनरत किसानों ने भारत बंद बुलाया है। जिसका कई मजदूर संगठनों और राजनीतिक पार्टियों ने समर्थन भी किया है। तो वहीं इनमें से कुछ संगठनों में मतभेद भी उभर कर सामने आ चुके हैं। उपरोक्त संगठनों के अलावा ट्रांसपोर्ट संगठन में भी भारत बंद को समर्थन को लेकर मतभेद हैं। एक संगठन का एक बड़ा गुट भारत को समर्थन के विरुद्ध खुल कर सामने आ गया है। वकीलों के एक संगठन ने भी किसान संगठन को समर्थन की बात कही थी लेकिन वो आखिरी समय पर चुप होकर बैठ गया है।.