शनिवार को कश्मीर में हुई एक मुठभेड़ में सुरक्षाबलों के हाथों मारे गये चार आतंकियों में से दो पाकिस्तानी आतंकवादी थे। इन दोनो आतंकवादियों की पहचान जैश-ए-मोहम्मद के गुर्गों के रूप में की गई है, जबकि पुलवामा में मारे गए दो में से एक की पहचान लश्कर के शीर्ष कमांडर जाहिद नाज़ी भट के रूप में की गई है। पुलवामा के मुठभेड़ में लश्कर का शीर्ष कमांडर जाहिद नजीर भट (जाहिद टाइगर) भी मारा गया। कश्मीर पुलिस ने ट्वीट कर इसे पुलिस और अन्य सुरक्षा बलों के लिए एक बड़ी सफलता करार दिया है।
LeT’s top commander Zahid Nazir Bhat @ Zahid Tiger killed in today’s #encounter at #Pulwama. A big success for Police & SFs. @JmuKmrPolice https://t.co/NvtMiNrvnl
— Kashmir Zone Police (@KashmirPolice) October 10, 2020
सुरक्षाबलों के प्रवक्ता ने कहा कि पुलवामा के चिनगाम इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी के संबंध में एक इनपुट के बाद सेना, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) और जम्मू-कश्मीर पुलिस द्वारा कुलगाम में संयुक्त अभियान शुरू किया गया। तलाशी अभियान के दौरान, जैसे ही आतंकवादियों की उपस्थिति का पता चला, उन्हें आत्मसमर्पण करने का अवसर दिया गया। हालांकि, उन्होंने संयुक्त पार्टी पर अंधाधुंध गोलीबारी की, इसके बाद जवाकी कार्रवाई की गई।
संदिग्ध आतंकवादियों की पहचान दिवासर कुलगाम के निवासी तारिक अहमद मीर और पाकिस्तानी नागरिक समीर भाई उस्मान के रूप में हुई है। माना जाता है कि दोनों ही जैश के ऑपरेटिव हैं। प्रवक्ता ने कहा, "वे एक पुलिसकर्मी की हत्या सहित कई आतंकवादी अपराधों और नागरिक अत्याचारों में शामिल थे।".