बिहार के बांका जिले में स्थित एक मदरसे में मंगवार को विस्फोट हुआ था, विस्फोट इतना भयानक था आसपास का पूरा इलाका दहल उठा, यहां तक की पूरा का पूरा मदरसा ध्वस्त हो गया। इस हादसे में करीब आधा दर्जन लोग घायल हुए, पुलिस वहां पहुंचती इससे पहले ही घायलों को वहां से हटा दिया गया। इसी के बाद शक की तलवार लटकनी शुरू हो गई, यह भी सवाल उठने लगा है कि क्या बिहार में कोई बड़ी साजिश रची जा रही है? वहीं, इसकी जांच के लिए एटीएस की विशेष टीम बांका पहुंच गई है।
मदरसे में हुए ब्लास्ट की जांच करने पहुंचे फॉरेंसिक साइंस लेबोरेटरी के अधिकारी के मुताबिक जांच के दौरान विस्फोटक सामग्री के इस्तेमाल करने के सबूत मिले हैं। मौजूद एटीएस के अधिकारी ने बताया कि मामले की तहकीकात के साथ जांच की जा रही है कि विस्फोट में किन विस्फोटक पदार्थ का उपयोग किया गया, धमाका में इस दिशा जांच की जा रही है, आतंकी गतिविधि से भी देखा जा रहा, जिसका जांच के बाद ही पता चलेगा।
खबरों की माने तो एटीएस की सूत्रों का कहना है कि बांका मस्जिद में बम ब्लास्ट मामले में मृतक मौलाना अब्दुल मोमिम पिछली बार तब्लीगी जमात में शामिल हुआ था। मृतक मौलाना अब्दुल मोमिन झारखंड के देवघर जिले के कालीजोत का रहने वाला था, वो करीब 10 साल से नवटोलिया मदरसा में मोलवी थी।
ब्लास्ट में ईमाम की मौत हो गई और घटना वाले ही दिन शाम 4 बजे ईमाम के शव को नवटोलिया गांव के बाहर सड़क पर ग्रामीख कार से रख कर चला गया था। दो दिन में कई जांच टीम पहुंची, एफएसएल की टी डायलॉग स्क्वाड, फिर ATS की टीम पटना से पहुंची थी, जो कई तरह के नमूने साथ ले गई थी। बुधवार को डीआईजी सुजीत कुमार भी घटना स्थल पर पहुंचे बारीकी से जांच करते हुए उन्होंने बताया कि अभी तक कोई खास रिपोर्ट समाने नहीं आई है। हालांकि गांव में सिर्फ महिला है, पुरुष सभी बाहर निकल गए। वहीं, नवटोलिया के ग्रामीणों ने कहा कि, धमाका बहुत जोर से हुआ जिसमें ईमाम की मौत हो गई है। धमाके के कुछ 10 मिनट पहले ही वहां पढ़ने गए बच्चे निकले थे।
बताते चलें कि, हाल ही में बिहार के पूर्णिया जिले के बायसी में 200 से 250 की संख्या के बीच मुसलमानों ने दलित बस्ती पर हमला कर दलितों की बस्ती में आग लगा दी थी। साथ ही महिलाओं के साथ दुर्व्यवहार भी किया। इसमें एक व्यक्ति की मौत हो गई थी। इसके दूसरे दिन ही किशनगंज में मुस्लिम बहुल इलाके में भी एक दलित मार दिया गया। और अब बांका के मदरसा में विस्फोट के बाद शक पैदा होने लगा है कि कहीं बिहार में बार-बार हो रही घटनाओं का कोई आतंकी कनेक्शन तो नहीं। फिलहाल पुलिस मामले की जांच कर रही है।