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ममता के बहाने बिहार में BJP-JDU आमने-सामने, उपेंद्र कुशवाहा रच रहे हैं सियासी ‘चक्रव्यूह’

ममता के बहाने बिहार में BJP-JDU आमने-सामने

बंगला में ममता बनर्जी की जीत ने देश की क्षेत्रिये पार्टियों को उत्साह से भर दिया है। अब पार्टियां ये महसूस करने लगी हैं कि बीजेपी कोई अजय पार्टी नहीं है। सही रणनीति के साथ इसे हराया जा सकता है। बंगाल में टीएमसी के जीत के साथ ही बिहार में राजनीति गरमाती दिख रही है। दोनों सत्ताधारी पार्टी के नेता एक दूसरे को टारगेट करने में लगे हैं। दरअसल पश्चिम बंगाल चुनाव नतीजों को लेकर बीजेपी निराश है। उसके बड़े नेताओं के दावे फेल हो गए। विपक्ष के नेताओं को मजा लेने का मौका मिल गया। मगर जब एनडीए के पार्टनर ममता की तारीफ करें तो भला बीजेपी को अच्छा कैसे लगेगा।

दो मई को उपेंद्र कुशवाहा ने ट्वीट किया था कि 'भारी चक्रव्यूह को तोड़कर पश्चिम बंगाल में फिर से शानदार जीत के लिए ममता जी को बहुत-बहुत बधाई।' बधाई तक तो बात ठीक थी, मगर चक्रव्यूह वाली बात बीजेपी को चुभ गई। पूर्व विधायक और भाजपा के प्रवक्ता मनोज शर्मा ने इशारों ही इशारों में जदयू नेता उपेंद्र कुशवाहा पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि 'लोकतंत्र में आज जो भी लोग चक्रव्यूह की बात कर रहे हैं, वह सही नहीं है। महाभारत के युद्ध में चक्रव्यूह की रचना की गई थी। लोकतंत्र में ऐसे शब्दों का प्रयोग कहीं से भी उचित नहीं। ऐसे बयानों के कारण ही आज पश्चिम बंगाल अशांत हुआ है।'

 

उपेंद्र कुशवाहा फिर नहीं माने, उन्होंने 'नवभारत टाइम्स' की खबर को कोट करते हुए ट्वीट किया कि 'पता नहीं भाजपा ने 'चक्रव्यूह' को अपने साथ क्यूं जोड़ लिया, ममता जी के खिलाफ तो और भी कई दल मैदान में था! अरे भाई, कौन नहीं जानता कि चुनाव जीतने के लिए आजकल ऐसी रचनाएं रची जाने लगी है कि सृष्टि रचने वाला भी अचंभित हो जाता होगा।'

हालांकि नीतीश कुमार ने बंगाल में ममता बनर्जी को नहीं बल्कि पार्टी तृणमूल कांग्रेस को जीत की बधाई दी। उन्होंने लिखा कि 'पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में तीसरी बार विजय हासिल करने पर तृणमूल कांग्रेस पार्टी को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं।' दरअसल नीतीश कुमार ने काफी सोच-समझकर ममता बनर्जी का नाम लिए बगैर जीत की बधाई तृणमूल कांग्रेस को दी।