यूपी में बिकरूकांड की याद दिलाती एक घटना कासगंज जिले हुई है। यहां के सिढ़पुरा थाना इलाके के गांव नगला धीमर और नगला भिकारी में अवैध शराब की सूचना पर कार्रवाई को निकले सिढ़पुरा थाने के दारोगा और एक सिपाही की शराब माफियाओं ने घेरकर पिटाई की। उनकी वर्दी उतरवा दी और लाठी-डंडों व अन्य हथियारों से जमकर पीटा। लहूलुहान हुए दरोगा और सिपाही को अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज रेफर किया गया। लेकिन, सिपाही की मौत हो गई और दारोगा की हालत गंभीर बनी हुई है।
मंगलवार देर शाम सिढ़पुरा थाने के दरोगा अशोक कुमार व सिपाही देवेंद्र बाइक से अवैध शराब बनने की सूचना पर नगला भिकारी और नगला धीमर के जंगलों की ओर पहुंचे थे। वहां आरोपियों ने दोनों को बंधक बना लिया। उनकी वर्दी उतरवा ली और पीटकर लहूलुहान अवस्था में छोड़कर भाग गए। जानकारी पर सिढ़पुरा थाना सहित अन्य थानों की पुलिस और पीएसी मौके पर पहुंची। करीब डेढ़ घंटे की तलाशी के बाद दोनों खेतों में पड़े मिले। गंभीर अवस्था में उन्हें नजदीकी गंजडुंडवारा चिकित्सालय से अलीगढ़ रेफर कर दिया गया।
घटनास्थल से पुलिस टीमों से दारोगा अशोक कुमार की बाइक मिली है। इसके अलावा एक अन्य अज्ञात की बाइक भी मिली है। दारोगा की बाइक गिरी पड़ी थी। उसी के ऊपर दारोगा की वर्दी और जूते रखे थे। समझा जा रहा है कि वर्दी उतरवाकर मारपीट से पहले हमलावरों ने उन्हें अपमानित भी किया।
पुलिस पार्टी पर हमले के मामले की जानकारी जिले के अफसरों ने एडीजी और आईजी को सहित पुलिस मुख्यालय को भी दी। अफसर बराबर इस घटनाक्रम की जानकारी स्थानीय अधिकारियों से लेते रहे। देर रात्रि उच्च अधिकारियों के पहुंचने की सूचना थी।
वहीं, एएसपी आदित्य वर्मा का कहना है कि सिढ़पुरा थाने के एक दरोगा और सिपाही सूचना पर नगला धीमर और नगला भिकारी की ओर आए थे। जहां उनके साथ जमकर मारपीट की गई। दोनों की हालत चिंताजनक है। दोनों घायलों को अलीगढ़ मेडिकल कॉलेज भेजा गया है। मामले की पूरी जांच की जा रही है।