बीजेपी की हैदाराबाद में <a href="https://en.wikipedia.org/wiki/Bharatiya_Janata_Party"><strong><span style="color: #000080;">भगवा स्ट्राइक</span></strong></a> (Bhagwa Strike) से कांग्रेस का सूपड़ा साफ हो गया तो <a href="https://hindi.indianarrative.com/uncategorized/ghmc-election-2020-bjp-going-to-take-over-southern-india-20396.html"><strong><span style="color: #000080;">ओवैसी</span></strong></a> भाईजान के परखच्चे उड़ गए हैं। टीआरएस गंभीर रूप से घायल है, मगर किसी तरह मेयर की कुर्सी बचाने में कामयाब हो चुकी है। ऐसा कहा जा रहा है कि बीजेपी ने इस भगवा स्ट्राइक (Bhagwa Strike) से हैदराबाद नगर निगम चुनावों में दो साल बाद होने वाले विधानसभा चुनावों का रिहर्सल किया है। बीजेपी की भगवा स्ट्राइक (Bhagwa Strike) का निशाना हैदराबाद के मेयर कुर्सी था मगर ओवैसी से कुछ भी ज्यादा हासिल करने को सौ फीसदी कामयाबी का पैमाना माना गया।
गृहमंत्री अमित शाह, अध्यक्ष जेपी नड्डा और हैदराबाद नगर निगम चुनाव के प्रभारी भूपेंद्र यादव ने कहा है कि हैदराबाद नगर निगर चुनावों में जीत प्रधानमंत्री मोदी के काम और बीजेपी की नीतियों की जीत है। वहीं एआईएमआईएम के नेता असदउद्दीन ओवैसी ने कहा है कि यह बीजेपी की जीत नहीं बल्कि इतना भारीभरकम अमला उतारने के बाद हार है जिसे बीजेपी शोर-शराबे से दबाना चाहती है। ओवैसी ने कहा है कि जहां-जहां योगी आदित्यनाथ और अमित शाह जैसे बड़े नेता गए वहां-वहां बीजेपी हारी है।
कांग्रेस ने हैदराबाद नगर निगम चुनावों में हार का ठीकरा मीडिया के सिर फोड़ दिया है। कांग्रेस के अध्यक्ष डी उत्तम कुमार ने इस्तीफा दे दिया है। वहीं तेलंगाना में सत्तारूढ़ टीआरएस ने कहा है कि बीजेपी ने जितना हल्ला मचाया था उसका हैदराबाद की जनता ने जवाब दे दिया है। बीजेपी के दावे खोखले साबित हुए हैं। हैदराबाद की जनता ने बातें करने वाली पार्टी को मेयर की कुर्सी सौंपने के बजाए काम करने वाली टीआरएस को एक बार फिर मेयर बनाने का अवसर दिया है। टीआरएस ने यह भी कहा है कि इन चुनावों को तेलंगाना के विधानसभा चुनावों से जोड़ना फालतू की बातें हैं। क्यों कि तेलंगाना के विधानसभा चुनावों में अभी काफी वक्त है।
हैदराबाद नगर निगम 4 से 48 सीटों तक पहुंची बीजेपी में उत्सव का माहौल है। दिल्ली से लेकर हैदराबाद तक जश्न मनाया गया है। राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा ने हरिद्वार से अपनी यात्रा शुरू कर दी है। बीजेपी हैदाराबाद नगर निगम चुनावों के बाद पूरी तरह पश्चिम बंगाल के चुनावों पर केंद्रित हो गई है।.