पंजाब में लगातार धर्मांतरण के मामले बढ़ते जा रहे हैं, सिखों को लगातार ईसाई धर्म में बदला जा रहा है ऐसे में धर्म संरक्षण संस्था एसजीपीसी सिखों को ईसाई बनने से रोकने में विफल रही। इस मुद्दे को लेकर भाजपा प्रवक्ता आरपी सिंह ने एसजीपीसी पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा है कि, एसजीपीसी सीखों को ईसाई बनने से रोकने में नाकाम रही है।
इसके विपरीत एसजीपीसी ने आरएसएस के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया था जिसपर, भाजपा के प्रवक्ता आर पी सिंह ने एसजीपीसी पर कड़ा प्रहार करते हुए कहा है कि शिअद नीत समिति सिखों को ईसाई बनने से रोकने में विफल रही और संघ ने धर्म परिवर्तन करने वालों के लिए 'घर वापसी' कार्यक्रम चलाया। उन्होंने कहा कि अपनी विफलता को छिपाने के लिए हिंदू राष्ट्र का गलत मुद्दा उठाते हैं।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति के जनरल हाउस ने मंगलवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खिलाफ एक प्रस्ताव पारित किया और आरोप लगाया कि यह 'हिंदू राष्ट्र' का निर्माण करने का प्रयास कर रहा है। SGPC के इस प्रस्ताव पर प्रतिक्रिया देते हुए सिंह ने कहा कि, शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति पंजाब में सिखों को ईसाई धर्म अपनाने से रोकने में पूरी तरह विफल रही है। अपनी विफलता को छिपाने के लिए वे हिंदू राष्ट्र का गलत मुद्दा उठाते हैं। मैं एसजीपीसी अध्यक्ष को चुनौती देता हूं कि वह किसी हिंदू द्वारा किसी सिख को धर्म परिवर्तन का लालच देने का एक भी मामला बता दें।
आर पी सिंह ने पूछा कि मिशनरियों द्वारा सिखों को लालच देने पर SGPC ने कितने बार बयान जारी किए या कोई कदम उठाया। उन्होंने यह भी पूछा कि कितने धर्म परिवर्त करने वाले सिखों को SGPC द्वारा सिख धर्म में वापस लाया गया। इसके साथ ही आर पी सिंह ने यह दावा किया कि, यह राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ है जिसने 'घर वापस' अभियान चलाया और धर्म परिवर्तन करने वालों को वापस लेकर आया। शिरोमणि अकाली दल की नेता बीबी जागीर कौर की अध्यक्षता वाली शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति ने संभवत: पहली बार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के खिलाफ प्रस्ताव पारित किया है।