प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बजट 2021 (Budget 2021) को 'असाधारण' करार देते हुए सोमवार को कहा कि इसमें 'आत्मनिर्भर' और विकास के प्रति विश्वास की भावना के साथ हर नागरिक को शामिल करने की दृष्टि है। मोदी ने कहा कि बजट में आत्मनिर्भर विजन (Aatmanirbhar vision) को आगे बढ़ाया गया है।
कोविड-19के प्रभाव का उल्लेख करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा, "वर्ष 2021का बजट असाधारण परिस्थितियों के बीच पेश किया गया है। इसमें यथार्थ की अनुभूति और विकास का विश्वास भी है। कोरोना ने दुनिया में जो प्रभाव पैदा किया, उसने पूरी मानव जाति को हिलाकर रख दिया है। इन परिस्थितियों के बीच, आज का बजट भारत के आत्मविश्वास को उजागर करने वाला है। साथ ही, दुनिया में एक नया आत्मविश्वास भरने वाला है।"
केंद्रीय बजट लोकसभा में पेश किए जाने के बाद प्रधानमंत्री ने कहा, "आज के बजट में आत्मनिर्भरता का विजन भी है और हर नागरिक, हर वर्ग का समावेश भी है। हम इस बजट में जिन सिद्धांतों को लेकर चले हैं, वे हैं- विकास के लिए नए अवसरों, नई संभावनाओं का विस्तार करना, युवाओं के लिए नए अवसरों का निर्माण करना। मानव संसाधन को एक नया आयाम देना। बुनियादी ढांचे के निर्माण के लिए नए-नए क्षेत्रों को विकसित करना, आधुनिकता की तरफ आगे बढ़ना और नए सुधार लाना।"
प्रधानमंत्री ने कहा कि बजट में नियमों और प्रक्रियाओं को सरल बनाकर आम लोगों के जीवन को सरल बनाने पर जोर दिया गया है। उन्होंने कहा कि यह व्यक्तियों, निवेशकों, उद्योग और बुनियादी ढांचे के क्षेत्र में सकारात्मक बदलाव लाएगा। उन्होंने कहा कि सरकार ने बजट के आकार को बढ़ाते हुए राजकोषीय स्थिरता के प्रति अपनी जिम्मेदारी के लिए उचित ध्यान दिया। इसके साथ ही मोदी ने खुशी व्यक्त की कि विशेषज्ञों द्वारा बजट की पारदर्शिता को लेकर सराहना की गई है।
सरकार के सक्रिय दृष्टिकोण पर जोर देते हुए मोदी ने कहा, "भारत कोरोना की लड़ाई में रीएक्टिव होने के स्थान पर हमेशा ही प्रो-एक्टिव रहा है। चाहे वो कोरोना काल में किए गए रीफॉर्म्स हों या फिर आत्मनिर्भर भारत का संकल्प हों। इसी प्रोएक्टिवनेस को बढ़ाते हुए आज के बजट में भी रीएक्टिविटी का नामोनिशान नहीं है। साथ ही, हम एक्टिव पर भी अटके नहीं हैं और हमने इस बजट में भी प्रो-एक्टिव बजट देकर देश के सामने प्रो-एक्टिव होने का संदेश दिया है।"
मोदी ने बजट के सर्वागीण विकास पर जोर देते हुए कहा कि यह धन और कल्याण, एमएसएमई और बुनियादी ढांचे पर केंद्रित है। उन्होंने स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र के लिए भी बजट को अभूतपूर्व बताया। प्रधानमंत्री ने खुशी जताई कि बजट में दक्षिणी राज्यों, पूर्वोत्तर और लद्दाख की विकास जरूरतों को ध्यान में रखा गया है।
उन्होंने कहा, "ये बजट भारत के तटीय राज्यों (कोस्टल स्टेट्स) जैसे तमिलनाडु, केरल, पश्चिम बंगाल को एक बिजनेस पावर हाउस बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम है। नॉर्थ ईस्ट के राज्य जैसे असम के अस्पष्टीकृत क्षमता को टैप करने में ये बजट बहुत बड़ी मदद करेगा।" समाज के विभिन्न क्षेत्रों पर बजट के प्रभाव का उल्लेख करते हुए, मोदी ने कहा कि अनुसंधान और नवाचार पर जोर देने से युवाओं को मदद मिलेगी।
प्रधानमंत्री ने इससे पहले वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण को उनके मैराथन 110मिनट के बजट भाषण के लिए बधाई दी और लोकसभा में उनकी प्रस्तुति पूरी होने के तुरंत बाद उनके स्वास्थ्य के बारे में भी जानकारी ली। वित्तमंत्री ने प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व वाली राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार में तीसरी बार अपना बजट भाषण सुबह 11बजे शुरू किया।