सुबोध कुमार जायसवाल को सीबीआई नया चीफ नियुक्त कर दिया गया है।केंद्र सरकार ने मंंगलवार देर रात सुबोध कुमार जायसवाल की नियुक्ति को मंजूरी दी। उनकी नियुक्ति 2 साल के लिए होगी। सोमवार को सीबीआई के नए चीफ के नए डायरेक्टर के चयन के लिए पीएम की अध्यक्षता में 3 सदस्यीय समिति की बैठक हुई थी।जिसमें पीएम मोदी के अलावा चीफ जस्टिस एनवी रमन्ना और विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी भी शामिल थे। 90 मिनट तक चली इस मीटिंग में इस पद के लिए रेस में शामिल कैंडिडेट्स को शॉर्ट लिस्ट करना था। इस दौरान CJIरमन्ना ने एक जरूरी नियम का हवाला दिया जिसके चलते 2 नाम रेस से बाहर हो गए।
इस बैठक में सबका फोकस पूर्व महाराष्ट्र डीजीपी सुबोध कुमार जयसवाल, सशस्त्र सीमा बल के डीजी केआर चंद्र और गृह मंत्रालय के विशेष सचिव वीएसके कौमुदी पर रहा। एक वेबसाइट में छपी खबर के अनुसार चर्चा के दौरान मुख्य न्यायाधीश रमन्ना ने 6 महीने रूल का हवाला दिया। CJI ने सुप्रीम कोर्ट के फैसले का जिक्र करते हुए कहा कि नए डायरेक्टर के चयन में 6 महीने के नियम का पालन जरूर होना चाहिए। ये नियम कहता है कि जिन अफसरों का कार्यकाल 6 महीने से कम बचा है, उनके नाम पर चीफ पोस्ट के लिए विचार न किया जाए।
अधीर रंजन ने इस नियम का समर्थन किया। 3 मेंबर वाले पैनल में दो लोगों के समर्थन से इस नियम पर विचार किया गया और 2 नाम CBI डायरेक्टर की रेस से बाहर हो गए। इसमें BSF के चीफ राकेश अस्थाना शामिल हैं, जो 31 अगस्त को रिटायर हो रहे हैं। उनके अलावा 31 मई को रिटायर हो रहे NIA चीफ वाईसी मोदी के नाम पर भी विचार नहीं किया गया। जबकि, इस पद के लिए इन्हीं दो नामों को सबसे आगे माना जा रहा था।
इसके बाद अब 3 नाम CBI चीफ के लिए शार्टलिस्ट हुए हैं। महाराष्ट्र के पूर्व DGP सुबोध कुमार जायसवाल, सशस्त्र सीमा बल के डायरेक्टर केआर चंद्र और गृह मंत्रालय के विशेष सचिव वीएसके कौमुदी। इन तीनों नामों में सुबोध कुमार जायसवाल सबसे आगे माने जा रहे थे।