सौ करोड़ रुपए की वसूली वाले आरोप पर CBI ने महाराष्ट्र के पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है। अनिल देशमुख के ज्ञानेश्वरी बंगले एवं अन्य 10 ठिकानों पर भी छापे मारे गए हैं। 100 करोड़ की वसूली प्रकरण में अनिल देशमुख से 11 घंटे पूछताछ की गई थी। उस पूछताछ के आधार पर CBI ने एक रिपोर्ट तैयार की है। यह रिपोर्ट CBI ने अब तक कोर्ट में पेश नहीं की है। रिपोर्ट पेश करने से पहले एफआईआर दर्ज की गई है। इससे अनिल देशमुख की मुश्किलें बढ़नी तय है।
बताते दें कि मुंबई पुलिस आयुक्त के पद से हटने के बाद परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पत्र लिखकर कहा था कि देशमुख ने वाजे सहित कुछ पुलिस अधिकारियों को रेस्तरां और बार से हर महीने 100 करोड़ रुपये की उगाही करने का लक्ष्य दे रखा है। देशमुख ने इन आरोपों से इंकार किया था। प्रारंभिक जांच के आदेश के बाद देशमुख ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
बॉम्बे हाईकोर्ट ने मुंबई की वकील जयश्री पाटिल की याचिका पर CBI को आरोपों की जांच करके 15 दिन में रिपोर्ट पेश करने का आदेश दिया है। हालांकि, CBI ने कोविड का हवाला देते हुए रिपोर्ट नहीं पेश की, लेकिन अब केस दर्ज कर लिया है। अदालत ने अपने आदेश में 15 दिनों के दौरान कोई भी केस नहीं करने की बात कही थी। हाईकोर्ट ने कहा था कि CBI को तुरंत FIR दर्ज करने की जरूरत नहीं है, क्योंकि महाराष्ट्र सरकार ने इस मामले की जांच के लिए पहले ही एक हाई लेवल कमेटी बना दी है। चीफ जस्टिस दत्ता ने कहा था कि हाई लेवल कमेटी के लिए राज्य सरकार की तरफ से लाया गया प्रस्ताव भरोसा दिलाता है कि इसमें किसी दखल की जरूरत नहीं है।