पश्चिम बंगाल में टीएमसी के गुंड़ों का उपद्रव जारी है। विधानसभा चुना के नतीजे के बाद बंगाल कई हिस्सों से हिंसा की खबरें आ रही हैं। बीजेपी का आरोप है कि हिंसा टीएमसी की तरफ से की जा रही है। इस बीच भारतीय जनता पार्टी के 61 विधायकों को CISF की X कैटिगरी की सुरक्षा प्रदान की है। चुनाव के दौरान भी कई बीजेपी नेताओं को वीआईपी सिक्यॉरिटी हासिल थी।
केंद्र सरकार ने यह फैसला बीजेपी के नेताओं और कार्यकर्ताओं पर हो रहे हमलों को देखते हुए लिया है। इसके साथ ही 294 विधानसभा सीटों वाली बंगाल विधानसभा में जीतकर पहुंचे बीजेपी के सभी 77 विधायकों की सुरक्षा केंद्रीय सुरक्षाबलों के हवाले हो गई है। बीजेपी के 61 विधायकों को यह X श्रेणी की सुरक्षा दी गई है, जबकि सोमवार को ही विपक्ष के नेता चुने गए शुभेंदु अधिकारी को पहले से ही Z कैटिगरी सुरक्षा प्राप्त है। चार अन्य बीजेपी नेताओं को Y श्रेणी की सुरक्षा मिली हुई है। ऊपर जिन अधिकारी का हवाला दिया गया है उन्होंने बताया कि गृह मंत्रालय ने उन 61 विधायकों के लिए सुरक्षा को मंजूरी दी है, जिन्हें अभी तक कोई सुरक्षा हासिल नहीं थी। इंटेलिजेंस एजेंसियों और पिछले दिनों राज्य में चुनाव बाद हुई हिंसा का जायजा लेने पहुंची 4 सदस्यीय टीम से मिले इनपुट के बाद यह फैसला लिया गया है।
बीजेपी ने दावा किया है कि मतगणना के बाद से उसके 14 कार्यकर्ताओं की टीएमसी के गुंडों ने हत्या कर दी है तो सैकड़ों भागने पर मजबूर हो गए हैं, क्योंकि उनके दफ्तरों और परिवार के सदस्यों पर हमले हो रहे हैं। X कैटिगरी की सुरक्षा के तहत 3-5 हथियार बंद कमांडो प्रत्येक विधायक की सुरक्षा करेंगे, वे राज्य में जहां भी जाएंगे, सुरक्षाकर्मी उनके साथ रहेंगे। अन्य को पहले से ही Y कैटिगरी की सुरक्षा हासिल है, जिसमें 10-12 सुरक्षाकर्मी होते हैं।