अभी कुछ दिन पहले की बात है कि एलएसी पार चीनी आर्मी के युद्धाभ्यास की खबरें आई थीं। हमारे सेनाध्यक्ष एमएम नरवणे ने भी एलएसी का दौरा किया था। उन्होंने भी कहा था कि चीनी आर्मी युद्धाभ्यास कर रही है। हम भी करते हैं। यह एक रुटीन है। यहां तक तो सब ठीक था, लेकिन अब जो खबरें आ रही हैं वो चिंता जनक हैं। युद्धाभ्यास की आड़ में चीन ने एलएसी पर भारी हथियार इकट्ठे कर लिए हैं।
शांति वार्ता के दौरान हुए समझौतों का भी चीन पालन नहीं कर रहा है। मतलब यह कि जिन स्थानों से चीन को वापस जाना था उनमें से कुछ स्थानों पर चीन की सेना अभी तक मौजूद है। चीन ने एलएसी पर नए बंकर भी बना लिए हैं। यह भारत के लिए निश्चित तौर पर चिंता का कारण है। हालांकि, सेना अध्यक्ष एमएम नरवणे के बाद एयर फोर्स चीफ आरकेएस भदौरिया ने लद्दाख का दौरा किया और ऑपरेशनल तैयारियों का जायजा लिया।
चीनी सरकार के मुखपत्र ग्लोबल टाइम्स से मिली जानकारी के मुताबिक पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) ने मोबाइल हिट-एंड-रन फायरिंग पोजीशन का संचालन करने के लिए नए स्व-चालित रैपिड ऑटोमैटिक फायर मोर्टार की तैनाती की घोषणा की है। मोर्टार इस क्षेत्र में चीनी सेना का ये चौथा वीपेन सिस्टम है। इससे पहले, पीएलए वहां पर 122-मिलीमीटर कैलिबर ऑटोमैटिक होवित्जर, बख्तरबंद असॉल्ट वाहनों और लंबी दूरी के कई रॉकेट लॉन्चर सिस्टम की तैनाती कर चुका है।
इन सब के बीच भारतीय वायुसेन चीफ आरकेएस भदौरियाने चीन के साथ तनाव के बीच में लद्दाख का दौरा किया और सेना की तैयारियों का जायजा लिया।
इस समय चीनी सेना एलएसी के विपरीत अपने क्षेत्र में सैन्य अभ्यास कर रही हैं, जिस वजह से वायुसेना प्रमुख आरकेएस भदौरिया का शुक्रवार को लेह का किया गया दौरा काफी अहम माना जा रहा है।