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'अटल टनल तो पहला कदम है, बहुत कुछ होना बाकी' मोदी की दहाड़ से थर्राए चीन और पाकिस्तान

'अटल टनल तो पहला कदम है, बहुत कुछ होना बाकी' मोदी की दहाड़ से थर्राए चीन और पाकिस्तान

अटल टनल के लोकार्पण के साथ ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ऐसा बयान दिया है जिससे चीन और पाकिस्तान की हालत खस्ता हो गयी है। अटल टनल के लोकार्पण के बाद मोदी के बयान से चीन और पाकिस्तान में खौफ का माहौल है। मोदी की दहाड़ से बीजिंग से लेकर इस्लामाबाद तक थरथराहट है। पाकिस्तान को डर लग रहा है कि भारत अब पीओके पर कब्जा कर लेगा तो चीन को डर लग रहा है कि भारत अक्साई चिन को वापस लेने के लिए कुछ भी कर सकता है।मोदी ने कहा है कि बॉर्डर एरिया के इन्फ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत किया जाएगा। नई सड़कें बनाई जाएंगी और हवाई पट्टियां भी खोली जाएंगी। हालांकि मोदी ने यह बयान बॉर्डर एरिया में रहने वाले लोगों की सुविधा को मद्देनजर दिया। मगर मोदी के इन बयानों का संकेत कुछ और भी था, वो चीन और पाकिस्तान को बता दिया कि अगर बॉर्डर पर कहीं भी हिमाकत की तो उसका नतीजा अच्छा नहीं होगा।

पीएम मोदी ने अटल टनल के उद्घाटन के बाद कहा कि बॉर्डर इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने के लिए आगे भी ऐसे काम जारी रहेगा। चीन के साथ लद्दाख पर जारी तनाव के बीच पीएम मोदी के बयान के बड़े मायने हैं। दरअसल, चीन भारत से चिढ़ा ही इसलिए है क्योंकि बॉर्डर पर निर्माण कार्य तेज कर दिए थे। अब पीएम के संदेश का मतलब है कि भारत अटल टनल की शानदार शुरुआत के बाद चीन और पाकिस्तान से सटे बॉर्डर इलाकों में सड़कों और टनल के नेटवर्क को और मजबूत करेगा ताकि उनका सामरिक महत्व से इस्तेमाल किया जा सके और युद्ध की स्थिति में दुश्मन को करारा जवाब दिया जा सके।

पिछले कुछ वक्त में भारत ने बॉर्डर पर अपनी तरफ निर्माण कार्यों को तेज किया है। इसमें सड़क निर्माण आदि का काम शामिल है। इससे ही चीन को मिर्ची लगी हुई है। लद्दाख में दौलत बेग ओल्डी हवाई पट्टी को शुरू करने से भी चीन को चिंता में डाल दिया था। इसकेबाद चीन ने भारत की जमीन कब्जाने की कोशिश की जिसे जवानों ने नाकाम कर दिया। चीन को लगने लगा है कि अब सीमा पर उसकी मनमानी नहीं चल पाएगी।.