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IAF से खौफजदा हैं चीन और पाक! भारत पर एटमी हमले की फुल तैयारी, सैटेलाइट इमेज में LAC पर दिखे चीन के परमाणु बॉम्बर्स

LAC पर चीन ने तैनात किए परमाण बॉम्बर्स

पूर्वी लद्दाख में पिछले कई महीनों से भारत और चीन की सेनाओं के बीच जारी तनाव के बाद अब ड्रैगन ने एक बार फिर भारतीय सीमा पर हलचल तेज कर रहा है। खबर है कि चीन पश्चिमी सीमा पर हवाई ताकत बढ़ाने में जुटा हुआ है। खुफिया जानकारी के मुताबिक चीन अपने हवाई ठिकानों पर घातक मिसाइलों से लेकर परमाणु बॉम्बर्स तक तैनात कर रहा है। दरअसल, ऐसी खबरें आ रही हैं कि चीन और पाकिस्तान दोनों के जनरलों ने भारत से सीधी और आमने-सामने की लड़ाई से पहले ही हथियार डाल दिए हैं। चीन और पाक को यह भी आशंका है कि इंडियन आर्मी अक्साई चिन और पीओके में एक साथ ऑप्रेशन चला कर अपनी खोई हुई जमीन वापस हथिया सकता है। इसलिए दोनों दुश्मनों ने मिल कर भारत पर परमाणु हमले  की फुल तैयारी कर ली है। 

अमेरिकी रक्षा वेबसाइट द ड्राइव की ओर से बताया गया है कि पूर्वी लद्दाख में गलवान हिंसा के बाद से भारत और चीन का रुख अब निर्णायक मोड़ पर आ गया है। दोनों ही देश अपनी-अपनी सीमा को और मजबूत करने में लगे हुए हैं। रिपोर्ट में दावा किया गया है कि, चीन ने भारतीय सीमा पर पिछले एक साल में अपनी हवाई गतिविधियों को अप्रत्याशित तरीके से बहुत तेज कर दिया है। इसके अलावा चीन ने जमीन से हवा में भारतीय विमानों को मार गिराने की अपनी ताकत को कई गुना बढ़ा दिया है।

हवाई ताकत बढ़ा रहा चीन

कई सैटेलाइट तस्वीरें सामने आई हैं जिसमें यह खुलासा हुआ है कि चीन अक्साई चीन से लेकर अरुणाचल प्रदेश की सीमा तक ने ठिकाने, हेलिपोर्ट और रेल लाइन बना रहा है। रिपोर्ट में कहा गया है कि चीन की यह तैयारी कलेव रक्षात्मक नहीं है और उसका रणनीतिक असर बहुत खतरनाक हो सकता है। रक्षा विशेषज्ञों का कहना है कि, चीन ने अपनी पश्चिमी सीमा पर तिब्बत और शिंजियांग प्रांत में सैन्य इंस्फ्रास्ट्रक्चर को बहुत तेजी से बढ़ाया है। इशमें सबसे ज्यादा जोर चीन की हवाई ताकत को बढ़ाने पर दिया गया है।

 

चीन ने अपने पश्चिमी प्रांतों में बनाए कई नए रनवे

 

चीन ने साल 2017 के डोकलाम गतिरोध के बाद पिछले साल खासतौर पर कई नए सैन्य ठिकानों को तैयार किया है। साथ ही इस वक्त सैन्य ठिकानों को काफी तेजी से अपग्रेड किया है। चीन ने अपने पश्चिमी प्रांतों में कई नए रनवे बनाए हैं और चीनी वायुसेना की पूरी ताकत को बढ़ाने पर जोर दिया है। चीन ने कई ऐसे ढांचे तैयार किए हैं भारत के हवाई हमले में तबाह करना आसान नहीं होगा। चीन ने अब भारतीय सीमा पर अपनी तैयारी को अलर्ट रहने की स्थिति में कर दिया है।

विशेषज्ञों का कहना है कि तिब्बत और शिंजियांग में अचानक से आधारभूत ढांचे का विकास सीधे तौर पर भारत और चीन के बीच बढ़ते भूराजनीतिक तनाव के बीच हो रहा है। हालांकि, पश्चिमी सीमा पर चीन ने कितनी ताकत जुटा ली है इसका अभी ज्यादा अंदाजा नहीं लगाया जा सकता लेकिन, उसकी तैयारी लंबे समय के लिए लग रही है। इन सैन्य ठिकानों पर काफी तेजी से काम जारी है। विशेषज्ञों का कहना है कि वर्तमान निर्माण चीनी तैयारी का अंत नहीं, बल्कि उसके मंसूबे अभी और ज्यादा करने के हैं।

विशेषज्ञों ने कहा कि ओवरआल चीन की वायुसेना की पूरी तैयारी का मकसद भारतीय सीमा पर खुद को ज्‍यादा मजबूत हवाई ताकत के रूप में दिखाने का है। उसकी कोशिश है कि अगर भारत के साथ वास्‍तविक युद्ध छिड़ता है तो वह लंबे समय तक अपनी हवाई गतिविधियों को चला सके। चीन की मंशा अपने आक्रामक व्‍यवहार के जरिए हवाई क्षेत्र पर कब्‍जा करने की है। चीन की कोशिश है कि अपने हवाई ताकत को इतना मजबूत कर लिया जाए कि भारतीय वायुसेना और अन्‍य पड़ोसी देश नर्वस हो जाएं और बिना लड़े ही घुटने टेक दें।