बीजेपी और पीएम मोदी की लोकप्रियता में पिछले सात सालों में कोई भी गिराबट न आने से परेशान कांग्रेस अब कश्मीर जैसे मुद्दों पर पाकिस्तान की भाषा भी बोलने से गुरेज नहीं कर रही है। कांग्रेस चाहती है कि किसी भी तरह पीएम मोदी की छवि को देश-विदेश में नुकसान पहुंचाया जाए और उसका फायदा चुनावी राजनीति में उठाया जा सके। ऐसा पहली बार नहीं है। जब से 370 हटी है उसी समय से कांग्रेसी पाकिस्तान और इमरान खान की भाषा बोल रहे हैं। झूठे सच्चे बयान दे रहे हैं। राहुल गांधी के झूठे बयान वाले ट्वीट का हवाला देते हुए पाकिस्तान ने यूएन में भारत की शिकायत भी की थी। इसके बाद भी राहुल गांधी या उनके नेताओं को उर्द पर सफेदी जैसा असर भी नहीं पड़ा है।
बहरहाल, कांग्रेस नेता दिग्विजय सिहं की ऑडियो चैट लीक होने से बड़ा धमाका हो गया है। ‘क्लब हाउस’ नामके एक ग्रुप में दिग्विजय सिंह ने एक पाकिस्तानी पत्रकार के सामने कहा है कि अगर कांग्रेस सरकार सत्ता में आती है तो वो कश्मीर का स्टेटस वापस लौटाएगी। मतलब यह कि कांग्रेस अगर सत्ता में आती है तो अनुच्छेद 370हटा दी जाएगी। दिग्विजय सिंह के इस बयान से भारत की राजनीति में भूकंप सा आ गया है।
दिग्विजय के क्लब हाउस चैट में पाकिस्तानी रिपोर्टर शाहज़ेब भी मौजूद था।दिग्विजय सिंह का क्लब हाउस ऑडियो 12मई का है, जब उन्होंने पाकिस्तानी रिपोर्टर्स के सामने कहा कि कांग्रेस 370हटाने के फैसले पर विचार करेगी।
बीजेपी के सोशल मीडिया प्रभारी अमित मालवीय ने इस ऑडियो चैट को रिलीज करते हुए कांग्रेस से जवाब मांगा है। सुनिए दिग्विजय सिंह क्लब हाउस में पाकिस्तानी पत्रकार से क्या कह रहे हैं-
In a Club House chat, Rahul Gandhi’s top aide Digvijaya Singh tells a Pakistani journalist that if Congress comes to power they will reconsider the decision of abrogating Article 370…
Really? यही तो पाकिस्तान चाहता है… pic.twitter.com/x08yDH8JqF
— Amit Malviya (@amitmalviya) June 12, 2021
क्लब हाउस चैट में दिग्विजय सिंह ने कहा, "जब उन्होंने कश्मीर से आर्टिकल 370हटाया तो वहां लोकतंत्र नहीं था। वहां इंसानियत भी नहीं थी क्योंकि उन्होंने सभी को जेल में बंद कर दिया था। कश्मीरियत वहां के सेक्युलरिज्म का अहम हिस्सा है क्योंकि मुस्लिम बहुल राज्य का राजा हिंदू था और दोनों साथ मिलकर काम करते थे। यहां तक कि कश्मीर में कश्मीरी पंडितों को सरकारी नौकरी में आरक्षण दिया गया था। ऐसे में आर्टिकल 370को हटाने का फैसला बेहद दुखद था और कांग्रेस जब सत्ता में आएगी तो 370को हटाने के फैसले पर फिर से विचार करेगी।"