महाराष्ट्र में मचे सियासी घमासान के बीच मंगलवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और गृह मंत्री अनिल देशमुख के बीच मुलाकात हुई। गौरतलब है कि मुंबई के पुलिस कमिश्नर के पद से हाल ही में हटाए गए परमबीर सिंह ने देशमुख पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उद्धव ठाकरे के आधिकारिक निवास पर हुई यह बैठक करीब एक घंटे चली। इस बैठक के दौरान दोनों नेताओं के बीच वरिष्ठ पुलिस अफसर रश्मि शुक्ला की रिपोर्ट को लेकर चर्चा की गई है।
इंटेलिजेंस विभाग में कमिश्नर रश्मि द्वारा ये चिट्ठी पिछले साल 25 अगस्त को लिखी गई थी। इस चिट्ठी में लिखा गया कि महाराष्ट्र के पुलिस विभाग में अफसरों की पोस्टिंग और ट्रांसफर को लेकर एक पर्दाफाश हुआ है, जिसमें राजनीतिक कनेक्शन वाले कुछ लोगों के नाम सामने आए हैं। इस बीच मुंबई के एंटीलिया केस और मनसुख हिरेन हत्याकांड के बाद मुंबई पुलिस की क्राइम ब्रांच के कई अफसरों पर गिर गई। मुंबई क्राइम ब्रांच में मंगलवार को बड़े पैमाने पर फेरबदल कर दिया गया। क्राइम ब्रांच के 28 पुलिस इंस्पेक्टरों का ट्रांसफर कर दिया गया और इनमें से ज्यादातर यूनिट के इंचार्ज हैं। क्राइम ब्रांच से मिली जानकारी के अनुसार अलग-अलग यूनिट के 28 पुलिस इंस्पेक्टर के अलावा 16 एपीआई जो डीटेक्शन का काम करते थे और 19 पुलिस सब इंस्पेक्टर्स का अलग-अलग थानों में ट्रांसफर कर दिया गया है।
इस मामले की अहम कड़ी बन चुके मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह की याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई होनी है। परमबीर सिंह ने महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख के खिलाफ सीबीआई जांच की मांग की है। इस बीच मुंबई के वकील जयश्री लक्ष्मणराव पाटिल ने भी सुप्रीम कोर्ट में अर्जी लगाई और खुद को पक्ष बनाने की मांग की है।