उत्तर प्रदेश मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि राज्य में किसी भी निजी या सरकारी कोविड अस्पताल में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। समस्या कालाबाजारी और जमाखोरी है। उन्होंने कहा कि ऑक्सीजन की कमी दूर करने के लिए 32 नए ऑक्सीजन प्लांट लगाने पर काम चल रहा है। सरकार ऑक्सीजन का ऑडिट कराने जा रीह है। अस्पतालों में बेड की क्षमता बढ़ाने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। रेमडेसिविर जैसी दवाओं का भी कोई अभाव नहीं है। तैयारी पगले से बेहतर है।
विभिन्न अखबारों के संपादकों के साथ शनिवार को ऑनलाइन बातचीत में सीएम योगी ने कहा कि, प्रदेश में किसी भी कोविड अस्पताल में ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं है। समस्या कालाबाजारी और जमाखोरी की है, जिससे सख्ती से निपटा जाएगा। CM ने कहा कि प्रत्येक संक्रमित रोगी को ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं होती है, इस बारे में जागरूकता बढ़ाने में मीडिया सहयोग करे।
इसके आगे योगी आदित्यनाथ ने कहा 'हम आईआईटी कानपुर, आईआईएम लखनऊ और आईआईटी बीएचयू के साथ मिलकर ऑक्सीजन का एक ऑडिट करने जा रहे हैं ताकि इसकी उचित निगरानी हो सके। हर संक्रमित मरीज को ऑक्सीजन की आवश्यकता नहीं पड़ती, इस बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मीडिया से सहयोग की अपेक्षा है। इसके साथ ही उन्होंने उन्होंने स्वीकार किया कि राज्य में अस्पताल के बिस्तरों की संख्या बढ़ाने में कुछ प्रारंभिक समस्याएं थीं लेकिन उन्हें जल्दी से दूर कर लिया गया।
सीएम योगी ने कहा कि कोरोना वायरस को सामान्य वायरल बुखार की तरह लेना एक बड़ी भूल होगा। मैं भी इसकी चपेट में हूं, मैं आईसोलेशन के दौरान 13 अप्रैल से सभी कोविड प्रोटोकॉल का पालन कर रहा हूं। यूपी की स्थिति की समीक्षा करते हुए इसकी बड़ी आबादी और जनसांख्यिकीय विविधता को ध्यान में रखना बहुत जरूरी है। पिछली बार की तुलना में यूपी में कोरोना संक्रमण की लहर 30 गुना ज्यादा है। इसके बावजूद सरकार की तैयारी पहले से बेहतर है।
ऑक्सीजन को लेकर सीएम योगी ने कहा कि, हमने सरकारी संस्थानों में ऑक्सीजन संयंत्रों की व्यवस्था की है। निजी संस्थानों में इस प्रणाली की कमी थी। डीआरडीओ की नवीनतम तकनीक से प्रदेश में कुछ 31 नए ऑक्सीजन संयंत्र स्थापित करने पर काम चल रहा है।