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Corona Care: केजरीवाल की कुटिल चालों के बीच दिल्ली वालों को बड़ी राहत- 500 बेड का कोविड अस्पताल और 5 ऑक्सीजन प्लांट शुरू

दिल्ली में ITBP ने बनाया 500 बेड्स का कोविड अस्पताल

'दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल केंद्र सरकार को गालियां ही देते रहे, पैसे लेकर बैठे रहे लेकिन न अस्पताल बनवाए न ऑक्सीजन प्लांट। जब केंद्रीय एजेंसियां एक्टिव हुईं तो जगह देने में अड़ंगा, लेकिन अब दिल्ली में 500 बेड्स का कोविड अस्पताल शुरु हो गया है। पांच ऑक्सीजन प्लांट 30 अप्रैल तक स्थापित हो जाएंगे।'

एक तरफ दिल्ली सरकार के मुखिया अरविंद केजरीवाल ऑक्सीजन न होने का रोना रो रहे हैं, सारा ठीकरा केंद्र सरकार के सिर फोड़ कर खुद पाक साफ निकलना चाहते हैं वही केजरीवाल सरकार दिल्ली में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए जगह देने में आना-काना कर रही है। जी, हां यह संकट का समय है राजनीति का नहीं लेकिन यह सही है कि पीएम केयर्स फण्ड से दिल्ली की सरकार को 8प्लांट लगाने के लिए पैसा दिया गया लेकिन केजरीवाल सिर्फ एक ही प्लांट लगा सकी।

हालिया संकट के दौरान केंद्रीय एंजेसियां सक्रिए हुई और प्लांट लगाने के लिए आगे आई तो केजरीवाल सरकार ने उन्हें प्लांट लगाने के लिए जगह मुहैया नहीं करवाई काफी हीला-हुज्जत करने के बाद केद्रीय एजेंसियां पांच स्थानों को चिन्हित कर पाई हैं। इन पांचों स्थानों पर 30अप्रैल तक ऑक्सीजन प्लांट स्थापित हो जाएंगे। इसी के साथ साउथ दिल्ली में आईटीबीपी ने 500ऑक्सीजन बेड्स वाला कोविड अस्पताल तैयार कर दिया है। आज सोमावार से यह अस्पताल काम शुरु कर देगा। इस अस्पताल में कोविड के मरीजों की भी सीधे भर्ती नहीं होगी। किसी हॉस्पिटल के रेफेरेंस पर ही यहां मरीजों की भर्ती की जाएगी।

आईटीबीपी के मुताबिक किसी को भी यहां सीधे भर्ती नहीं किया जाएगा।' उन्होंने कहा कि इस केंद्र में मरीजों को दिल्ली के संबंधित जिलों के जिला निगरानी अधिकारी नोडल अफसर के रेफरल किए जाने के बाद ही भर्ती किया जाएगा।

यह भी अच्छी खबर है कि 17 मार्च को कौशिक एन्क्लेव के बुराड़ी अस्पताल में एक ऑक्सिजन प्लांट स्थापित किया गया था जबकि चार अन्य प्लांट 30 अप्रैल तक स्थापित होने की उम्मीद है, जिनमें दीन दयाल उपाध्याय अस्पताल, लोक नायक अस्पताल, बाबा साहेब आम्बेडकर अस्पताल और दीप चंद बंधु अस्पताल शामिल हैं। ध्यान रहे, 22 नवंबर 2020 को हुई समीक्षा बैठक के तुरंत बाद केंद्र सरकार ने दिल्ली में आठ अस्पतालों में ऑक्सीजन प्लांट लगाने के लिए पैसे का आवंटन कर दिया था, लेकिन दिल्ली सरकार सिर्फ राजनीति करती रही और ऑक्सीजन प्लांट लगाने में कोई रुचि नहीं दिखाई। अब पांच प्लांट 30 नवम्बर तक दिल्ली के विभिन्न अस्पतालों में शुरू हो जाएंगे।