कोरोना की दूसरी लहर बेहद की खतकरनाक साबित हो रही है। इस वक्त हर दिन रिकॉर्ड संख्या में कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं अगले दो-तीन हफ्तों में मामलों में कमी का कोई संकेत नहीं दिख रहा है। कोरोना को लेकर आईआईटी के वैज्ञानिकों ने रविवार को गणितीय मॉडल के आधार पर पीक टाइम को रिवाइज किया है। उन्होंने दावा किया है कि मई में कोरोना पीक पर होगा।
वैज्ञानिकों का अनुमान है कि अगले 10 दिनों में रोजाना 4.4 लाख मामलों के साथ कोरना पीक पर होगा। वहीं, 14 से 18 मई के दौरान 38-48 लाख एक्टिव केस हो सकते हैं। यह एक्टिव केस का पीक टाइम बताया गया है। IIT कानपुर के मणींद्र अग्रवाल ने ट्वीट करके लिखा कि, "मैंने अब पीक टाइम के लिए कई वेल्यूज की गणना की है और लास्ट फेज इस सीमा के भीतर होनी चाहिए। इस अनिश्चितता का कारण लास्ट फेज तक लगातार बदलना है" अग्रवाल ने रविवार को अपने ट्वीट में बताया कि एक्टिव मामलों की पीक टाइमिंग 14-18 मई और नए मामलों के लिए 4-8 मई होगी। पीक टाइमिंग में एक्टिव केस 38-48 लाख होंगे जबकि नए मामले 3.4-4.4 लाख होंगे।
पीक टाइमिंग और वेल्यू प्रीडिक्शन अपडेट का मतलब है कि भारत में एक्टिव केस की संख्या में गिरावट आने से पहले मई के मध्य तक लगभग वृद्धि होती रहेगी। मौजूदा मॉडल के ट्रेंड के अनुसार मई के मिड का पीक पिछले साल 17 सितंबर के 10 लाख से अधिक एक्टिव मामलों के पहले पीक की तुलना में लगभग चार गुना ज्यादा होगा। रविवार को भारत का कुळ एक्टिव केस की संख्या 26,82,751 हो गई।