कोरोना वायरस का खतरा सभी लोगों के लिए बराबर है। इस वायरस की चपेट में कोई भी आ सकता है। इसलिए सरकार ने कहा है कि सभी लोगों के लिए कोरोना का टीका लगवाना जरूरी है। एक यही तरीका है जिससे हम कोरोना को हरा सकते हैं। गर्भवती महिलाओं को इस विषय पर कई शंकाएं रहती हैं, ऐसे में केंद्र सरकार और आईसीएमआर यह साफ कर चुकी है कि गर्भवती महिलाएं कोविड-19 से बचाव का टीका लगवा सकती हैं।
नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल ने बताया है कि कोवैक्सिन कोविशील्ड स्पुतनिकवी और मॉडर्ना वैक्सीन स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए सुरक्षित हैं और इसका इनफर्टिलिटी से कोई संबंध नहीं है। उन्होंने कहा कि गर्भवतती महिलाओं के लिए टीकाकरण से जुड़ी एडवाइजरी जल्द ही जारी की जाएगी। गर्भवती महिलाओं के लिए वैक्सीन सुरक्षित है और स्वास्थ्य मंत्रालय इसकी आगे जांच कर रहा है। वीके पॉल ने यह भी कहा कि, मॉडर्ना की वैक्सीन को आपातकालीन इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है।
मॉडर्ना को मिली इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी
डॉ वीके पॉल ने कहा कि, मॉडर्ना की वैक्सीन को इमरजेंसी इस्तेमाल की मंजूरी दी गई है। ये मंजूरी समीति इस्तेमाल के लिए दी गई है। अब देश में चार वैक्सीन- केविशिल्ड, कोवैक्शीन, स्पुतनिक-V और मॉडर्ना उपलब्ध होंगी। हम जल्द ही फाइजर के साथ भी डील पूरी करने वाले हैं।
वहीं स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि देश में कोरोना वायरस के मामलों का जो पीक था, उसमें 91% गिरावट हुई है। पिछले कुछ हफ़्तों से मामलों में लगातार कमी हो रही है। उन्होंने कहा, जिन ज़िलों में रोज़ 100 से ज़्यादा नए केस आ रहे थे, जहां 4 मई के हफ़्ते में ऐसे ज़िले 531 थे, वो संख्या 2 जून को घटकर 262 ज़िले रह गई और अब 111 ज़िले ही ऐसे हैं जहां रोज़ 100 से ज़्यादा मामले आ रहे हैं।