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Corona Vaccine को लेकर मोदी सरकार का ऐतिहासिक फैसला, ऐसा करने वाला दुनिया का पहला देश बना भारत

घर-घर जाकर लगेगी कोरोना वैक्सीन

कोरोना वैक्सीन को लेकर मोदी सरकार ने एक और बड़ा फैसला किया है। कोरोना वैक्सीन भी पोलियो वैक्सीन घर-घर जाकर लगाई जाएगी। इससे भी बड़ा फैसला यह कि अन्य वैक्सीनों की तरह ही रूसी वैक्सीन भी अब फ्री में लगाई जाएगी। सरकार के इस ऐलान से वैक्सीनेशन अभियान को तेजी मिलने वाली है, ऐसी संभावना है भारत में वैक्सीनेशन निर्धारित समय पर पूरा हो जाएगा।

होगी। कोविड-19वर्किंग ग्रुप के चेयरपर्सन डॉ एनके अरोड़ा ने कहा कि रूस में बनी 'स्‍पूतनिक वी' जल्‍द ही सरकारी टीकाकरण केंद्रों पर भी उपलब्‍ध यह वैक्‍सीन मुफ्त उपलब्‍ध कराई जाएगी। उन्‍होंने कहा, 'अभी, स्‍पूतनिक वी केवल प्राइवेट सेक्‍टर में उपलब्‍ध है। सप्‍लाई पर निर्भर करेगा, हम इसे हमारे मुफ्त टीकाकरण कार्यक्रम के तहत उपलब्‍ध कराना चाहते हैं।'

Sputnik V को -18डिग्री सेल्सियस तापमान पर स्‍टोर करना होता है। अरोड़ा ने कहा कि पोलियो वैक्‍सीन रखने में काम आने वाली कोल्‍ड चेन फैसिलिटीज को स्‍पूतनिक वी स्‍टोर करने के लिए इस्‍तेमाल क‍िया जाएगा। इससे यह भी सुनिश्चित होगा कि वैक्‍सीन देश के ग्रामीण इलाकों तक पहुंच सके।

अरोड़ा ने कहा कि पोलियो टीकाकरण के चलते कुछ इलाकों में कोविड वैक्‍सीनेशन की रफ्तार धीमी पड़ी है। उन्‍होंने कहा, 'कोविड वैक्‍सीनेशन प्रोग्राम आने वाले हफ्ते में स्‍ट्रीमलाइन हो जाएगा।' उन्‍होंने टाइम्‍स ऑफ इंडिया को बताया कि अब तक 34करोड़ डोज लगाई जा चुकी हैं। डॉ अरोड़ा ने जुलाई अंत तक 12से 16करोड़ डोज और लगने की संभावना जताई। जनवरी में केंद्र ने कहा था कि जुलाई अंत तक करीब 50करोड़ डोज लगा दी जाएंगी ताकि प्राथमिकता वाले समूहों को कवर क‍िया जा सके।

उन्‍होंने कहा कि वैक्‍सीन सप्‍लाई में बड़ा हिस्‍सा कोविशील्‍ड और कोवैक्सिन का ही है। डॉ अरोड़ा के मुताबिक, "इन दो वैक्‍सीन का प्रॉडक्‍शन बढ़ाने के अलावा, स्‍पूतनिक वी वैक्‍सीन का आना और मॉडर्ना व जायडस कैडिला की नई वैक्‍सीन का रोलआउट डेली कवरेज को 50लाख से बढ़ाकर आने वाले हफ्तों में 80लाख, यहां तक कि 1करोड़ भी कर सकता है।"

सरकार का लक्ष्‍य इस साल के अंत तक 18साल से ऊपर के हर व्‍यक्ति (करीब 93करोड़) को कवर करने का है। डॉ अरोडा़ ने कहा कि ICMR की एक ताजा रिपोर्ट अगले साल फरवरी या मार्च तक तीसरी लहर आने की भविष्‍यवाणी कर रही है, ऐसे में देश के बाद करीब 8महीने का समय है। उन्‍होंने कहा कि तीसरी लहर की संभावना को डेल्‍टा प्‍लस वेरिएंट से जोड़कर देखना जल्‍दबाजी होगी। भारत में अभी इस वेरिएंट के 52मामले सामने आए हैं।