राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस संक्रमण के बढ़ते मामले से रोज नए रिकॉर्ड बन रहे हैं। अभी तक सिर्फ कोरोना के मामलों में नए रिकॉर्ड बन रहे थे, लेकिन अब डेथ रेट में भी नए रिकॉर्ड बनने लगे हैं। बुधवार को राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के मामलों ने अबतक के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। सूबे में पहली बार एक दिन में 17 हजार से ज्यादा नए मामले सामने आए हैं और 104 मरीजों की मौत हुई है। राज्य में संक्रमण दर भी करीब 16 फीसदी हो गया है। यहां संक्रमण दर 15.92 फीसदी हो गया है। यह संक्रमण दर का अबतक का सबसे अधिक आंकड़ा है।
पिछले चार दिनों में राजधानी दिल्ली में अकेले 240 मौतें हुईं हैं, जिससे श्मशान और कब्रिस्तान दोनों जगहों पर अंतिम संस्कार के लिए भीड़ लगी हुई है। दिल्ली के आईटीओ पर सबसे बड़े कोविड कब्रिस्तान में शवों को दफनाने के लिए जमीन कम पड़ने लगी है। वहीं, श्मशान घाटों पर चिताएं बुझने का नाम नहीं ले रही हैं। निगमबोध घाट का आलम ये है कि शवों का अंतिम संस्कार करने के लिए लोगों को कई घटों तक इंतजार करना पड़ रहा है। उसमें भी अगर उसी दिन नंबर आ जाए तो बहुत बड़ी बात। दिल्ली के श्मशान घाटों से कभी इस तरह की तस्वीर सामने आएगी, किसी ने कल्पना नहीं किया था, कि एक साथ चार चिताएं जल रही हैं, और पांचवी जलने के लिए इंतजार में हैं।
राजधानी में सक्रिय मामलों की संख्या भी 50,736 हो गई है। सक्रिय मरीजों की संख्या के मामले में भी सबसे बड़ा आंकड़ा है। वहीं, राजधानी में होम आइसोलेशन का आंकड़ा 24 हजार के पार पहुंच गया है। राजधानी में होम आइसोलेशन में 24,155 मरीज हैं। सक्रिय मरीजों की दर की बात करें तो यह 6.61 फीसदी है। 27 नवम्बर 2020 को सक्रिय मरीजों की दर 6।84 फीसदी थी। राजधानी में रिकवरी दर भी घट गया है। यहां अब रिकवरी दर 91.88 फीसदी हो गया है। 28 नवम्बर 2020 को भी रिकवरी दर 91।88 फीसदी था। बीते 24 घंटे में सामने आए 17,282 केस के साथ संक्रमण के कुल मामलों की संख्या 7,67,438 हो गई है। जबकि बीते 24 घंटे में 9952 मरीज ठीक भी हुए हैं।